UPKeBol : हरदोई। पत्नियों की बेवफाई का शिकार हुए दो पतियों ने आत्महत्या कर ली। एक ने ज़हर खा लिया तो दूसरे ने गांव के दूसरे छोर पर फांसी लगा कर अपनी जान दे दी। दोनों मामलो में ऐसा देखने को मिला कि पत्नियों ने तो अपने पतियों को अकेला छोड़ ही दिया, साथ ही उनसे उनकी परियों (बेटियों) को भी दूर कर दिया। पुलिस ने दोनों के शवों को अपने कब्ज़े में लेते हुए उनका पोस्टमार्टम करा मामले की जांच शुरू कर दी है।
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बताया गया है कि जिले के हरपालपुर थाने के कठेठा गांव निवासी 35 वर्षीय मनोज द्विवेदी पुत्र रामनारायण द्विवेदी करीब 15 सालों से शहर के मोहल्ला सुभाष नगर में अपनी मौसी के घर रह रहा था। पांच साल पहले उसकी पत्नी इकलौती बेटी को साथ ले कर मायके चली गई थी। मनोज अपने मां-बाप का इकलौता था, उसकी एक बहन है। अकेलेपन से जूझ रहे मनोज ने सोमवार को ज़हर खा लिया, हालत बिगड़ने पर उसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
कुछ इसी तरह का मामला मझिला थाने के बरी गांव का है। गांव निवासी 31 वर्षीय कुलदीप पुत्र नरेंद्र ने सोमवार की शाम को गांव के दूसरे छोर पर अपने गमछे से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। दो भाई उससे बड़े और दो छोटे हैं। पिता नरेंद्र ने बताया कि कुलदीप के इकलौती बेटी थी। करीब दो साल पहले बेटे की पत्नी खुद तो मायके गई ही बेटी को भी पिता से दूर कर दिया।
पत्नी के साथ-साथ अपनी लाडली बेटी के दूर होने से कुलदीप परेशान रहने लगा था, उसी बीच उसने शराब से दोस्ती की और रात-दिन उसी के साथ रहने लगा। पिता का कहना है कि उसी के चलते उसने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने दोनों शवों को अपने कब्ज़े में लेते हुए उनका पोस्टमार्टम कराया है। पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है।
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