- अयोध्या में बीजेपी के काम नहीं आए राम! लल्लू सिंह को मिली करारी हार
- अयोध्या में सपा के अवधेश प्रसाद 47 हजार से अधिक वोटों से जीते
- बीजेपी के गढ़ में लहराया समाजवादी परचम
अयोध्या। फैजाबाद लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद 47 हजार से अधिक वोटों से जीत गए। सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद 4,68,525 वोट मिले। जबकि बीजेपी प्रत्याशी लल्लू सिंह 4,20,588 वोट मिले हैं। चुनावी भाषणों में राम मंदिर का जिक्र करके भाजपा ने इसका सियासी लाभ लेने की कोशिश की लेकिन रामनगरी में भगवा पार्टी की हालत ऐसी है कि लगता है जैसे ये मुद्दा बैकफायर कर गया है। योगी आदित्यनाथ का विपक्षी दलों के नेताओं को ‘रामद्रोही’ करार देना भी काम नहीं आया। अब हालत ये हो गई कि राम राजनीति की राजधानी कही जाने वाली अयोध्या में ही भाजपा को बड़ी हार मिली है।
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फैजाबाद लोकसभा सीट से भाजपा के लल्लू सिंह को सपा के अवधेश प्रसाद ने हरा दिया है। यह वही फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र है, जिसके अंतर्गत अयोध्या आती है। अयोध्या में इस साल के शुरुआत में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कराई गई थी। नरेंद्र मोदी ने खुद मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की थी। इस कार्यक्रम को लेकर काफी सियासी विवाद भी हुआ था। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि भाजपा लोकसभा चुनाव में फायदा उठाने के लिए अधूरे मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा करा रही है। विपक्षी दलों ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को बीजेपी का अपना इवेंट बताकर इससे किनारा कर लिया था।
इधर भाजपा ने विपक्ष के इस स्टैंड को लेकर जवाबी हमले शुरू कर दिए। योगी आदित्यनाथ ने तो यहां तक कह दिया कि यह चुनाव रामभक्तों और राम द्रोहियों के बीच हो रहा है। उनके बयान में रामभक्त का मतलब वे लोग थे, जो राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हुए। रामद्रोही वे थे, जिन्होंने ऐसा नहीं किया या फिर वे राम मंदिर आंदोलन के दौरान कार सेवकों पर गोली चलवाने वाले लोगों के साथ खड़े थे। उनका निशाना साफतौर पर सपा की ओर था। योगी अपने भाषणों में जनता से वोट देने की अपील करते हुए यह भी कहते थे कि जो राम को लाए हैं, यूपी की जनता उन्हें ही सत्ता में लाएगी।
आपको बता दें कि फैजाबाद सीट पर बीजेपी 2014 से जीतते आ रही थी। यहां राममंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के बाद भी और बीजेपी के नेताओं द्वारा चुनाव प्रचार में राममंदिर के जिक्र के बाद भी यहां बीजेपी को रुझानों में बड़ा झटका लगा है। फैजाबाद लोकसभा सीट पर 20 मई को मतदान हुआ था। यहां कुल 509.10 फीसदी वोट पड़े थे। फैजाबाद लोकसभा सीट में 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो यहां भाजपा के उम्मीदवार लल्लू सिंह ने 65 हजार से अधिक वोटों से सपा के आनंद सेन यादव को हराया था।
जानिए अयोध्या में क्यों हारी बीजेपी कारण बहुत गंभीर
अयोध्या। रामनगरी में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। प्रदेश की सबसे हॉट सीट बनी फैजाबाद-अयोध्या लोकसभा सीट पर भी भारतीय जनता पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। अयोध्या में भाजपा की हार ने उत्तर प्रदेश में हुई 1993 विधानसभा चुनाव की याद दिला दी। उस समय विधानसभा चुनाव में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और बहुजन समाज पार्टी के काशीराम एक साथ आए थे। यूपी के सियासी मैदान में नारा गूंजा था, ‘मिले मुलायम काशीराम, हवा में उड़ गए जय श्री राम’। कुछ यही स्थिति इस बार देखी गई। यूपी के सियासी मैदान में अखिलेश यादव और राहुल गांधी एक साथ आए और यूपी की सियासत में भाजपा पिछले एक दशक में सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा। इस सीट पर सपा के अवधेश प्रसाद बड़ी जीत हासिल कर इतिहास रच दिया हैं।
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