विनोद श्रीवास्तव : UPKeBol : बहराइच। यूपी के बहराइच जिला अंतर्गत खरीघाट थाना क्षेत्र में आदमखोर तेंदुए ने शुक्रवार को एक महिला को निवाला बना लिया। पशुओं के लिए चारा लाने जा रही महिला पर हमला कर तेंदुआ ने उसे जिंदा चबा लिया। तेन्दुए द्वारा अब महिला का शिकार किए जाने के बाद ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति काफी गुस्सा है। ग्रामीणों का कहना है कि अब हम सभी तेंदुआ अपने हिसाब से पकड़ेंगे।
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खैरीघाट क्षेत्र में आदमखोर तेंदुए के हमले में अब तक तीन बच्चों समेत पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है। इसके अलावा तेंदुआ कई मवेशियों को निवाला बन चुका है। आदमखोर तेंदुए ने अब शुक्रवार को महिला को निवाला बनाया। आपको बता दें कि बहराइच जनपद के विकासखंड शिवपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत अरनवा के मजरा टिकुरी निवासी नेकपाल की पत्नी कुंता देवी चारा लेने के लिए शुक्रवार की शाम को गांव से पूरब अपने खेत को गयीं थी। तभी पहले से ही घात लगाए बैठे आदम खोर तेंदुए ने कुंता देवी पर हमला कर दिया। तेंदुआ कुंता देवी को गन्ने के खेत में खींच ले गया।
महिला की चीख सुनकर बगल के खेत में उसी गांव निवासी पिंटू मौजूद था। उसने महिला को तेंदुआ द्वारा घसीट ते देख शोर मचाना शुरु कर दिया, शोर गुल की आवाज सुनकर, खेत में काम कर रहे ग्रामीण लाठी डंडा लेकर दौड़े। ग्रामीण खून के निशान को देखते हुए गन्ने के खेत में पहुंच गए, वहां पर कुंता देवी का क्षत-विक्षत शव दिखाई पडा। परिजनो ने जैसे ही शव देखा सभी विलख पड़े। वहीं तेन्दुए द्वारा महिला का शिकार किए जाने के बाद ग्रामीण काफी गुस्सा हैं।
गौरतलब हो कि विगत एक महीने से अधिक समय से आदम खोर तेंदुए ने खैरीघाट क्षेत्र के ग्रामीणो का जीना दुश्वार कर रखा है। बच्चों, महिलाओं व मवेशियों पर तेंदुआ लगातार हमला कर उन्हें निशाना बना रहा है।
वन विभाग सिर्फ मौतों की गिनती कर तेंदुए को जल्द पकड़ने के दावे कर रहा है। लगभग एक महीने से वन विभाग की कई जिलों की टीम गांव में डेरा डाले हुए है। ड्रोन कैमरा की मदद ली जा रही है, छः पिंजड़ा, जाल, हथनी आदि लगाकर गस्त किया जा रहा है लेकिन अभी तक आदमखोर तेंदुआ हाथ नहीं लगा है।
अब महिला की तेन्दुए के हमले मे हुई मौत से ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति काफी आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों ने बताया है कि अब हम लोग अपने तरीके से तेंदुए को पकड़ेँगे। लगातार हो रही तेंदुए के हमले में मौतों की घटना से क्षेत्रीय जनमानस काफी दहशत में है। शाम होते ही सन्नाटा फैल जाता है। दहशत के कारण किसानों ने खेती करना छोड़ रखा है। वहीं बच्चों ने स्कूल जाना बंद कर दिया है।
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