UPKeBol : सीतापुर। गब्बर इज बैक मूवी की तर्ज पर मृतक के इलाज के नाम पर यूपी के सीतापुर जिले के निजी अस्पताल में ठगी हुई है। मृतक बच्चे के परिजनों का कहना है कि बच्चों की पहले ही मौत हो गई थी, जबकि पैसा ऐंठने के लिए उसे वेंटिलेटर पर रखकर अस्पताल प्रशासन ने जबरन पैसे की उगाही की। गुस्सा पारिवारी जनों ने अस्पताल के सामने बच्चे का शव रख कर हंगामा किया, जिस अफरा-तफरी की स्थिति रही। सीएमओ ने इस मामले में जांच शुरू करवा दी है।
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यह सनसनीखेज मामला जिले के लहरपुर थाना अंतर्गत कस्बे में स्थित बेग हॉस्पिटल का है। बेग हॉस्पिटल पर क्षेत्र के एक गांव निवासी मृतक बच्चे के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित पिता का आरोप है कि बच्चे की मौत के बावजूद इलाज के नाम पर पीड़ित परिवार से हजारों रुपए वसूल लिए गए। परिजनों ने शव को अस्पताल के सामने मुख्य सड़क पर रखकर हंगामा भी किया। मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस के काफी समझाने के बाद परिजन शांत हुए।
बताते चलें बीते तीन दिन पूर्व 21 नवंबर को विकास खंड हरगांव के ग्राम प्यारापुर कोरैया गंगादास निवासी अमर सिंह पुत्र रघुनंदन ने अपने छह वर्षीय पुत्र को तबियत बिगड़ने पर कस्बे में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से महज पांच सौ मीटर दूर स्थित बेग हॉस्पिटल में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया था।
कहा जा रहा है कि हॉस्पिटल संचालक डॉ.एम.आई बेग के द्वारा बच्चे का इलाज किया जा रहा था। परिजनों का कहना है कि बच्चा की हालत गंभीर बताकर पैसा ऐंठने के लिए उसे वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था। परिजनों ने बताया कि उसी दिन देर रात उनके बच्चे की मृत्यु होने की बात अस्पताल द्वारा कही गई थी।
आरोप है कि अस्पताल प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार के साथ धोखाधडी कर मृत बच्चे का इलाज किया जा रहा था। इलाज के नाम पर पीड़ित परिवार से इस दौरान 70 हज़ार रुपए की वसूली भी की गई है। मामले को लेकर परिजन आक्रोशित हो उठे और शव को अस्पताल के बाहर रखकर प्रदर्शन करने लगे। तेज हंगामे के बीच सैकड़ो की संख्या में लोग एकत्र हो गए।
सूचना पर नगर चौकी प्रभारी राम आसरे ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को काफी मशक्कत के बाद समझाया। जब इस संबंध में अस्पताल संचालक डॉ. एम.आई.बेग से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जब बच्चे को अस्पताल में भर्ती किया गया था। तब उसकी हालत बिगड़ी हुई थी। बच्चे को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी। तभी मशीन द्वारा उसे कृत्रिम सांस दी जा रही थी। जिसके बारे में परिजनों को सूचित भी किया गया था।
घटना की जानकारी मिलते ही सीएचसी प्रभारी डॉक्टर आनंद मित्र ने चिकित्साधिकारी डॉ. नीतीश वर्मा को मौके पर भेजा। इस संबंध में जब नीतिश वर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अस्पताल का निरीक्षण किया गया है। अस्पताल के समस्त प्रपत्र व स्वास्थ्य संबंधी सारी सुविधाएं पाई गई हैं। मामले की जांच की जा रही है।
विधिक कार्रवाई की जाएगी : सीएमओ
सीएमओ डा. हरपाल सिंह का कहना है कि प्रकरण की जानकारी मिली है, चिकित्साधिकारी को मौके पर भेज कर जांच पड़ताल कराई गई है। प्रकरण को लेकर जांच चल रही है। विधिक कार्रवाई की जाएगी।
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