- कतर्नियाघाट ईको सेंसटिव ज़ोन में पेड़ों की कटाई : पर्यावरण प्रेमियों में रोष
- नाराजगी का कारण: 50 से अधिक हरे-भरे पेड़ों की कटाई पर सवाल
उवेश रहमान
बहराइच। जनपद बहराइच के कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के कतर्नियाघाट रेंज अंतर्गत स्थित विशुनापुर गांव में हाल ही में 50 से अधिक हरे-भरे आम के पेड़ों की कटाई की गई है। यह घटना उस क्षेत्र में हुई है, जो कि ईको सेंसटिव ज़ोन के तहत आता है और यहाँ वन्य जीवन की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है।
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वन विभाग की परमिट पर उठे सवाल
इस पूरी घटना पर सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि वन विभाग ने इतनी भारी मात्रा में पेड़ों को काटने की परमिट कैसे जारी की। क्षेत्रीय पर्यावरण प्रेमियों ने इस कटाई को लेकर तीव्र आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि अगर ऐसे पेड़ों को काटने की अनुमति दी जा सकती है, तो इससे पूरे क्षेत्र की पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान हो सकता है।
इसके साथ ही, लोगों ने वन विभाग के उच्चाधिकारियों से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि यह पता चल सके कि क्या किसी तरह की लापरवाही या नियमों का उल्लंघन हुआ है।
पर्यावरण संकट के बीच जिम्मेदारी की आवश्यकता
वन्य जीवन के संरक्षण और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए जरूरी है कि इस तरह की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाए और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।