UPKeBol : गोण्डा। यूपी के गोंडा जिले में ब्लॉक झंझरी के ग्राम पंचायत कुन्दुरखी में हुए मनरेगा घोटाले में डीएम के आदेश पर बड़ी कार्रवाई हुई है। घोटाले के मामले में ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी समेत पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गयी है। इस कार्यवाही के बाद जिले में हड़कंप मचा हुआ है।
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आपको बता दें कि गोंडा जिले के ब्लॉक झंझरी अंतर्गत ग्राम पंचायत कुंदरखी में वर्ष 2022-23 में मनरेगा योजना के तहत शोभाराम के खेत से पुलिस चौकी कहोबा तक नाला निर्माण के लिए मिट्टी की खुदाई का कार्य कराया गया था। इस मामले में स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन से अनियमितता की शिकायत की थी।
- डीएम के आदेश पर हुई बड़ी कार्रवाई ,2022-23 में झंझरी ब्लॉक की कुन्दुरखी ग्राम पंचायत में हुआ था घोटाला
ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कराए गए मिट्टी खुदाई कार्य की जांच के आदेश दिए थे। पूरे मामले में डीएम ने एक्सईएन सरयू नहर खण्ड-4, एक्सईएन ग्रामीण अभियन्ता विभाग और जिला विकास अधिकारी (DDO) की अगुवाई में तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की थी। टीम ने जांच शुरू की तो बड़े पैमाने पर अनियमिताएं सामने आई। इस मामले में जांच टीम ने जिलाधिकारी को संयुक्त जांच रिपोर्ट चार दिन पूर्व 13 अक्टूबर को प्रस्तुत किया था।
अधिकारियों की जांच में हुआ यह खुलासा
डीएम को जो जांच रिपोर्ट सौंप गई उसके मुताबिक परियोजना की कुल लागत 18.35 लाख रुपये है। जबकि ग्राम पंचायत के अभिलेखों के तहत 17.31 लाख रुपये मनरेगा श्रमिकों को मस्टर रोल से निर्गत किया गया है। वहीं एमआईएस रिपोर्ट के तहत परियोजना पर 16.75 लाख रुपये मजदूरी के रूप में खर्चा किया गया जबकि सामग्री मद में भुगतान शून्य है।
जबकि डीएम द्वारा गठित जांच टीम के मुआयने में जांच रिपोर्ट के अनुसार परियोजना स्थल पर कुल धनराशि 8,69,441 रुपये का कार्य मिला है। ऐसे में ग्राम पंचायत के अभिलेख में दर्ज भुगतान की धनराशि के सापेक्ष कार्य पर 8,06,392 रुपये का अधिक भुगतान हुआ है।
जांच में इस खुलासे के बाद डीएम नेहा शर्मा के आदेश पर परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण चन्द्रशेखर ने कोतवाली नगर में ग्राम पंचायत कुंदरखी के ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सचिव समेत पांच लोगों के खिलाफएफआईआऱ दर्ज कराई है।
ग्राम प्रधान समेत यह हैं नामजद
जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक चन्द्रशेखर की ओर से जो रिपोर्ट दर्ज कराई गई है उसमें ग्राम प्रधान रेखा देवी, ग्राम विकास अधिकारी प्रसून श्रीवास्तव, ग्राम रोजगार सेवक किशोरी लाल, तत्कालीन तकनीकी सहायक प्रदीप कुमार और तत्कालीन अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी नामजद किए गए हैं।
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