UPKeBol : लखनऊ। यूपी में पिछले 3-4 दिनों में डेंगू के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग में चिंता बढ़ गई है। लखनऊ, कानपुर, गोंडा, बस्ती, बहराईच और अयोध्या जैसे जिलों में डेंगू के मरीजों में वृद्धि देखी गई है। पिछले 24 घंटों में ही उत्तर प्रदेश में लगभग 128 नए डेंगू पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। राज्य में डेंगू के मामलों की कुल संख्या अब लगभग 3,498 तक पहुंच गई है।
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डेंगू के इस चिंताजनक स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पतालों में डेंगू वार्ड स्थापित करने के निर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक (डीजी हेल्थ) के अनुसार, डेंगू के प्रकोप से निपटने के लिए कई उपाय और व्यवस्थाएं की गई हैं।
स्वास्थ्य महानिदेशक ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी बढ़ते डेंगू के मामलों को प्रबंधित करने और प्रभावित व्यक्तियों को आवश्यक चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। राज्य सरकार नागरिकों से डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए सावधानी बरतने का आग्रह कर रही है, जिसमें स्वच्छता बनाए रखना, मच्छर निरोधकों का उपयोग करना और मच्छरों के प्रजनन स्थलों को खत्म करना शामिल है।
लोगों को डेंगू के लक्षणों और इन लक्षणों का अनुभव होने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लेने के महत्व के बारे में शिक्षित करने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। सरकार नियमित स्वास्थ्य जांच और शीघ्र निदान के महत्व पर भी जोर दे रही है।
बढ़ते मामलों को संभालने के लिए चिकित्सा संसाधनों और डेंगू परीक्षण किट की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के प्रयास चल रहे हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या को प्रभावी ढंग से संभालने के लिए अस्पतालों को सुसज्जित किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त, स्थानीय अधिकारी विशेष रूप से उच्च डेंगू प्रसार वाले क्षेत्रों में मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नियंत्रित करने के प्रयासों को तेज करने के लिए पर्यावरण एजेंसियों के साथ सहयोग कर रहे हैं।
स्वास्थ्य महानिदेशक ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और उत्तर प्रदेश में डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए काम कर रहा है। नागरिकों को स्वास्थ्य दिशानिर्देशों के साथ सहयोग करने और खुद को और अपने समुदायों को डेंगू से बचाने के लिए निवारक उपाय करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
डेंगू के लक्षण और बचाव के उपाय
डेंगू के लक्षण:
1. तेज़ बुखार (उच्च ज्वर): डेंगू के शुरुआती लक्षण में व्यक्ति को उच्च ज्वर होता है, जो अचानक दौरे पर आता है।
2. गंभीर सिरदर्द (तेज़ सर दर्द): तेज़ सर दर्द डेंगू के एक प्रमुख लक्षण हो सकता है।
आंखों के पीछे दर्द (आंखों के पीछे दर्द): आंखों के पिछले हिस्से में दर्द भी डेंगू के लक्षण में शामिल हो सकता है।
3. जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द (जोड़ो और मांसपेशियों में दर्द): जोडो और मांसपेशियों में दर्द होने लगता है, जिसे डेंगू बुखार के रूप में जाना जाता है।
4. दाने (खारिश): कुछ मरीज़ों को डेंगू के साथ छोटे-छोटे दाने या दाने भी हो सकते हैं।
डेंगू बचाव के उपाय:
1. मच्छर नियंत्रण (मच्छरों का नियमन): डेंगू वायरस मच्छरों के काटने से फैलता है, इसलिए मच्छरों को रोकने के लिए मच्छरदानी और मच्छर भगाने का प्रयोग करें।
2. स्वच्छ जल भंडारण (साफ पानी का संग्रह): पानी को साफ रखें और ठहराव (न होने दें ताकि मच्छरों का जन्म न हो।
3. सुरक्षात्मक कपड़े पहनें (सुरक्षित वस्त्र पहनें): जब भी मच्छरों की अधिक संख्या होती है, तो पूरी आस्तीन वाले वस्त्र और पैंट पहन कर सुरक्षित रहें।
4. आस-पास की साफ-सफाई रखें (आस-पास की जगह को साफ रखें): अपने आस-पास की जगह को साफ रखें, ताकि मच्छरों के जन्म स्थलों का प्रशासन हो।
5. मच्छरों की गतिविधि के दौरान घर में रहें (मछरो की गतिविधि के दौरान अंदर रहें): डेंगू के मच्छर सुबह और शाम अधिक सक्रिय रहते हैं, मच्छरों की अधिक गतिविधि होने वाले समय में बाहर न निकले और सुरक्षित स्थान पर रहें।
6. हाइड्रेटेड रहें : पर्याप्त पानी पीना शरीर की ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करता है और डेंगू से बचाव में भी सहायक होता है)।
अगर आपको लगता है कि आप डेंगू के लक्षण से गुजर रहे हैं, तो तुरंत चिकित्सकों से संपर्क करें और उनकी सलाह लें।
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