- बहराइच में सरयू नदी में डूबकर युवती समेत दो की मौत, विलख रहे परिजन
- नदी के तट से मिट्टी निकालते समय पैर फिसलने से गहरे पानी में डूबे, शवों को पुलिस ने निकलवा कर पोस्टमार्टम को भेजा
बहराइच। कच्चे घर की मरम्मत करने के लिए शुक्रवार को एक युवती गांव के किशोर के साथ सरयू नदी के तट पर मिट्टी लेने गई थी। नदी के तट पर मिट्टी निकलते समय पैर फिसलने से दोनों गहरे पानी में चले गए, डूब कर दोनों की मौत हो गई। सूचना घर पहुंची तो कोहराम मच गया। घटना की सूचना पाकर गांव के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई, पुलिस भी मौके पर पहुंची, युवती और किशोर के शव को नदी से निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। हादसे के बाद दोनों परिवार के लोग विलख रहे हैं।
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आपको बताते चलें कि जिले के मोतीपुर थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत राजापुर कला दर्जिन पुरवा गांव निवासी 18 वर्षीय मुस्कान पुत्री मोहर्रम अली पड़ोस में रहने वाले 15 वर्षीय सफीक अहमद पुत्र राजू के साथ अपने कच्चे घर की मरम्मत और लेपन कार्य के लिए शुक्रवार सुबह मिट्टी निकालने के लिए सर्रामुंदरी गांव के निकट से बहने वाली सरयू नदी के तट पर गयी थी।
बताते हैं कि जब दोनों नदी के तट पर मिट्टी निकाल रहे थे उसी दौरान अचानक सफीक का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में डूबने लगा। सफीक को बचाने के लिए मुस्कान उसकी ओर बढ़ी लेकिन वहाँ पानी अधिक होने से वह भी नदी के पानी में डूब गई। काफी देर बाद गांव के लोगों को हादसे की जानकारी हुई तब हड़कंप मचा, तत्काल ग्रामीणों नें सूचना तहसील को दी। तहसीलदार अंबिका चौधरी, क़ानूनगो केके श्रीवास्तव और लेखपाल विजय कुमार पुलिस टीम के साथ नदी के तट पर घटना स्थल पर पहुंचे।
अधिकारियों के सामने पुलिस टीम नें ग्रामीणों की मदद से काफी मशक्कत के बाद नदी से युवती और किशोर के शव बरामद किए। गांव के लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। तहसीलदार अंबिका चौधरी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और लेखपाल की रिपोर्ट के बाद प्रभावित परिवारों को आपदा राहत कोष से आर्थिक मदद राशि दिलाने का प्रयास किया जायेगा।
दोनों घरों में पसरा है मातम बिलख रहे लोग
हादसे के बाद दर्जन पुरवा गांव निवासी मोहर्रम अली और राजू के घरों में मातम पसरा हुआ है। मोहर्रम अली जहां बेटी को खोने के गम में डूबे हुए हैं वही राजू अपने पुत्र सफीक को इस हादसे में खोने के बाद उबर नहीं पा रहा। मुस्कान और सफीक के माता-पिता रह-रह कर विलख रहे हैं। विलखते हुए परिजनों ने बताया कि दोनों बच्चे घर की मरम्मत और लेपन कार्य के लिए मिट्टी लाने नदी के तट पर गए थे तभी पानी में डूबकर मौत हो गई।