- रात में पिंजरे में कैद हुई मादा तेंदुए को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ट्रांस गेरुआ के जंगलों में छोड़ा गया
- स्वास्थ्य परीक्षण में पूरी तरह फिट पायी गयी मादा तेंदुआ, उम्र है लगभग चार से पांच वर्ष के बीच
उवेश रहमान
बहराइच। कतर्निया घाट सेंक्चुरी के सुजौली रेंज अंतर्गत अयोध्या पुरवा गांव में रात में पिंजरे में कैद हुई मादा तेंदुए को गुरुवार को दोपहर बाद डॉक्टर के पैनल द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ट्रांस गेरुआ के जंगलों में छोड़ दिया गया। स्वास्थ्य परीक्षण में मादा तेंदुआ पूरी तरह फिट पायी गयी है, चिकित्सकों ने उसकी उम्र लगभग चार से पांच वर्ष के बीच आँकी है।
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कतर्नियाघाट वन्यजीव अभ्यारण्य के रेंज सुजौली के अयोध्यापुरवा में आतंक का पर्याय बनी मादा तेंदुआ बुधवार देर रात को आखिरकार वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में कैद हो गयी थी। मादा तेंदुए के पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली थी। रात में ही तेंदुए को पिंजरे सहित रेंज कार्यालय ले जाया गया था। प्रभागीय वनाधिकारी बी. शिवशंकर के निर्देश में वन विभाग की टीम ने कड़ी सुरक्षा के बीच पूरी रात तेंदुए की मॉनिटरिंग करते रहे।
गुरुवार को दोपहर बाद डीएफओ के निर्देश पर पशु चिकित्सा अधिकारी जय प्रकाश वर्मा ने पिंजरे में कैद मादा तेंदुए का स्वास्थ्य परीक्षण किया। स्वास्थ्य परीक्षण में वह पूरी तरह तेंदुआ फिट पायी गयी उसकी उम्र लगभग चार से पांच वर्ष बतायी जा रही है।
डीएफओ ने बताया कि स्वास्थ्य परीक्षण के बाद मादा तेंदुआ को सुरक्षित ट्रांस गेरुआ के जंगल मे छोड़ दिया गया है। इस दौरान वन क्षेत्राधिकारी कतर्नियाघाट रामकुमार, सुजौली वन क्षेत्राधिकरी रोहित कुमार यादव, वन दरोगा ऋषभ प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।
तेंदुए के हमले से दहशत जदा थे गांव के लोग… देखें Video 👇
रात में पिंजरे में कैद हुई मादा तेंदुआ का आतंक सुजौली रेंज के ग्राम पंचायत सुजौली के अयोध्या पुरवा गांव में बीते एक सप्ताह से था। पांच दिन पूर्व तेंदुए ने घर में घुसकर 13 वर्षीय बालिका साईबा को घायल किया था, इसके बाद मंगलवार की देर रात को वृद्ध महिला 80 वर्षीय रहमाना को घर में घुसकर घायल कर दिया था।
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