- प्रयागराज महाकुंभ: आतंकी खतरे को लेकर अलर्ट, साधु-संतों के वेश में घुसपैठ की आशंका
- महाकुंभ 2025: आस्था और सुरक्षा का संगम
प्रयागराज। प्रयागराज में आयोजित होने वाला महाकुंभ 2025, आस्था, आध्यात्म और संस्कृति का सबसे बड़ा पर्व है। करोड़ों श्रद्धालु यहां पवित्र संगम में स्नान करने और मोक्ष की कामना के साथ आते हैं। इस आयोजन को भव्य और सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। महाकुंभ न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह भारत की विविधता और एकता का भी उदाहरण है। इसे सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा एजेंसियां और प्रशासन दिन-रात जुटे हुए हैं। आतंकी खतरे की आशंका को देखते हुए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं, ताकि श्रद्धालु निर्भय होकर इस दिव्य आयोजन का हिस्सा बन सकें।
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सुरक्षा के मद्देनजर कड़ी निगरानी
प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ को लेकर सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन में आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए हैं। खबर है कि आतंकी साधु-संतों का वेश धारण कर मेले में घुसने की कोशिश कर सकते हैं।
पुलिसकर्मी साधु के वेश में करेंगे निगरानी
इस खतरे को भांपते हुए यूपी पुलिस के हजारों जवान भगवा कपड़े पहनकर महाकुंभ क्षेत्र में तैनात रहेंगे। साथ ही, एटीएस (ATS), एनआईए (NIA), और आईबी (IB) जैसी एजेंसियां हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर बनाए रखेंगी।
महाकुंभ क्षेत्र में पकड़ा गया रूसी नागरिक
महाकुंभ क्षेत्र में पकड़ा गया रूसी नागरिक मेला क्षेत्र में अवैध तरीके से रह रहा था। रूसी नागरिक का वीजा खत्म हो चुका था। जांच के दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने उसे पकड़ा। महाकुंभ क्षेत्र में सुरक्षा जांच के दौरान एक रूसी नागरिक को पकड़ा गया, जो अवैध तरीके से वहां रह रहा था। जांच में पता चला कि उसका वीजा पहले ही खत्म हो चुका था। फिलहाल, उससे पूछताछ की जा रही है और संबंधित अधिकारियों को सूचित किया गया है।
सुरक्षा के मुख्य बिंदु:
1. भगवा वेश में पुलिसकर्मी: सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी साधु-संतों के वेश में तैनात रहेंगे।
2. सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर: एटीएस, एनआईए और आईबी सतर्क हैं।
3. ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे: पूरे क्षेत्र में निगरानी के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।
4. विदेशी नागरिकों की जांच: सभी विदेशी नागरिकों के दस्तावेजों की सख्ती से जांच की जा रही है।
महाकुंभ में सुरक्षा के महत्व पर जोर
महाकुंभ सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का प्रतीक है। लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकता है।
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