- बहराइच में डीएफओ कतर्नियाघाट के खिलाफ सड़कों पर उतरे सैकड़ों ग्रामीणों का विरोध, बिछिया बैरियर जाम
- बैरियर पर कुछ वाहनों को रोकने पर बढ़ा मामला
- रेंजर के समझाने बुझाने पर 3 घंटे बाद वन बैरियर से हटा जाम स्थगित हुआ धरना
उवेश रहमान
बहराइच। यूपी के बहराइच जिले के थाना सुजौली और कतर्नियाघाट क्षेत्र से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। वन विभाग के खिलाफ नाराज ग्रामीण सड़कों पर उतर आए हैं और बिछिया बैरियर को जाम कर दिया है, जिससे आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। ग्रामीणों का गुस्सा तब भड़का जब बैरियर कर्मियों ने वाहनों को मिहीपुरवा की ओर जाने से रोक दिया। हालांकि रेंजर के समझाने बुझाने पर 3 घंटे बाद वन बैरियर से जाम हटा और धरना स्थगित हुआ।
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मौके पर पहुचे वन क्षेत्राधिकारी रामकुमार ने लोगों से बातचीत कर मामले को शांत कराने की बात की जिसपर लोगों ने उन्हे जवाब देते हुए डीएफओ के मौखिक आदेश नही माना जाएगा। धरने पर बैठे जंग हिंदुस्तानी, सरोज गुप्ता, फहीम अंसारी, शीबू सलमानी, मुस्ताक अली, सुशील गुप्ता, ओमकार कौशल, प्रीतम गुप्ता आदि ने बताया कि जबसे डीएफओ ने चार्ज सम्भाला है तबसे मोतीपुर बैरियर पर लोगों को 8 बजे रात के बाद जाने से रोका जाता है। साथ ही अब किसी भी समय वाहनों को रोक दिया जाता है और भारी वाहनों पर भी पाबंदी लगाई जा रही ऐसे में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
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लोगों ने कहा कि डीएफओ की मनमानी नही चलेगी वो नेशनल हाईवे पर लोगों के आवागमन पर रोक नही लगा सकते हैं। लोगों का कहना है कि डीएफओ को यहां पहुचकर लोगों से मौखिक आदेश को वापस लेना होगा तबतक धरना प्रदर्शन और चक्काजाम नही समाप्त किया जाएगा। हालांकि 3 घंटे बाद रेंजर रामकुमार के समझाने बुझाने पर लोग शांत हुए और डीएफओ से वार्ता के आश्वासन पर शांत हुए।
डीएफओ ने वार्ता के बाद वापस लिया अपना मौखिक आदेश
सुबह वन बैरियर पर धरना स्थगित होने के बाद शाम को डीएफओ बी. शिवशंकर और ग्रामीणों के साथ निर्धारित बैठक में डीएफओ कतर्नियाघाट ने अपना मौखिक आदेश को वापस ले लिया है। लोगों ने बताया की डीएफओ के आदेश वापस लेने के बाद अब पूर्व की तरह से ही मिहीपुरवा-बिछिया मार्ग पर आवागमन होता रहेगा। पहले की तरह सूर्यास्त के बाद व सूर्योदय तक भारी वाहन के आवागमन पर ही रोक रहेगा।
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