- बहराइच की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट लखनऊ बेंच ने यूपी के प्राथमिक विद्यालय में सरप्लस प्रधानाध्यापक समायोजन की प्रक्रिया पर तत्काल प्रभाव से लगाई रोक
- परिषदीय विद्यालय के शिक्षकों में खुशी की लहर
बहराइच। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से संचालित प्राथमिक विद्यालय के सरप्लस प्रधानाध्यापक समायोजन आदेश के विरुद्ध बहराइच के शिक्षकों ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जारी समायोजन आदेश पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। हाई कोर्ट के इस कदम से परिषदीय विद्यालय के शिक्षकों में खुशी की लहर है।
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आपको बताते चलें कि बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जिले के प्राथमिक विद्यालयों में तैनात सरप्लस शिक्षकों का समायोजन करने का आदेश 16 अगस्त 2024 को जारी किया गया था। इस आदेश के विरुद्ध दायर याचिका संख्या 7241/ 2024 सीमा जैसवाल एंड अदर्स पर पुनः सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने पूरे प्रदेश में प्राथमिक विद्यालय प्रधानाध्यापक समायोजन प्रक्रिया पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।
केस के याची तथा पैरवी कार बहराइच के शिक्षक नेता राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ बहराइच के जिलाध्यक्ष आनन्द मोहन मिश्र-बहराइच ने बताया कि जनपद बहराइच के 184 प्रधानाध्यापकों के द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जारी समायोजन आदेश के विरुद्ध याचिका उच्च न्यायालय लखनऊ बेंच में योजित की गई थी। याचिका की पहली सुनवाई दिनांक-02 सितंबर 2024 को हुई थी, कल दिनांक 04 सितम्बर 2024 को पुनः सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय लखनऊ बेंच के जस्टिस मनीष माथुर ने सर्विस मैटर के टॉप मोस्ट अधिवक्ता एलपी मिश्र तथा उनके सहयोगी अधिवक्ता प्रफुल्ल तिवारी के द्वारा अच्छे तरीके से रखे गए तर्कों, साक्ष्यों से पूर्ण सहमत होकर सरप्लस प्रधानाध्यापक समायोजन की प्रक्रिया पर हाई कोर्ट लखनऊ बेंच ने तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।
विभाग के अधिवक्ता ने प्रधानाध्यापक समायोजन न रोका जाए इसके लिए पूरा प्रयास किया बाद में यह भी कहा केवल याची लाभ दे दिया जाए, लेकिन अधिवक्ता डा.एलपी मिश्र के प्रयासों से पूरे प्रदेश के सरप्लस प्रधानाध्यापक की प्रक्रिया पर रोक लग गई।स्थगन आदेश होने से पूरे प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों के सभी सरप्लस प्रधानाध्यापक लाभान्वित होंगे। अब याचिका/केस के सुनवाई के लिए अगली डेट 26 सितंबर निर्धारित की गई है।
इन शिक्षक नेताओं और शिक्षकों के सहयोग से मिली सफलता
आनन्द मोहन मिश्र, पंकज कुमार वर्मा, सर्वेश कुमार रमेश कुमार पांडेय, राम मूर्ति शुक्ल, अरविन्द कुमार मौर्य, गौतम तरफदार, बृजेश प्रताप चौधरी,शक्तिधर पाठक, चंद्रकेश यादव,भुवनेश्वर पाठक, राजित राम, मधुलिका चौधरी,अवधेश वर्मा, अमित कुमार आर्य सहित अन्य याची प्रधानाध्यापकों ने इस याचिका दायर करने में प्रयास किया।
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