Leopard cub climbed a tree in Bahraich: उबैस रहमान : बहराइच। यूपी के बहराइच जिले में विकासखंड शिवपुर क्षेत्र में सियारों के झुंड से जान बचाने को माँ से बिछड़े तेंदुए के शावक नें पेड़ पर शरण ली है। यह दुर्लभ नजारा ग्रामीणों ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद किया है। पेड़ पर आश्रय लेते हुए देखे गए तेंदुए के शावक को वन विभाग के रेस्क्यू का इंतजार है। वहीं अभी एक शावक के क्षेत्र में होने से गांव के लोग दहशत में भी हैं। हालांकि वन विभाग नें शावक को रेस्क्यू करने के लिए क्षेत्र में गश्त तेज कर दी है, थर्मो सेंसर कैमरे और पिंजरे का सहारा लिया जा रहा है।
आपको बताते चलें कि यूपी के बहराइच जिले में बहराइच वन्य जीव प्रभाग के शिवपुर विकासखंड अंतर्गत खैरीघाट थाना क्षेत्र में कुछ दिन पूर्व एक मादा तेंदुआ आदमखोर बन गई थी। वह अपने दो शावकों के साथ क्षेत्र में लगातार देखी जा रही थी। मादा तेंदुए के साथ उसके एक शावक को पिंजरे में कैद कर लखनऊ चिड़िया घर भेजा गया था जबकि दूसरा बिछड़ गया था। अब वही बिछड़े हुआ शावक रात में सियारों के झुंड से बचने के लिए पेड़ पर चढ़ते हुए देखा गया है।
- कुछ दिन पूर्व आदमखोर मादा तेंदुए के साथ उसकेएक शावक को पिंजरे में कैद कर भेजा गया था लखनऊ चिड़िया घर दूसरा बिछड़ गया था
शिवपुर ब्लाक में तेंदुए के शावक को सुरक्षित पकड़ने के लिए ड्रोन कैमरे की मदद ली जा रही है, वन विभाग ने गश्त बढ़ा दी है। अपने बिछड़े हुए माँ को पाने की तलाश में नन्हा शावक अपनी जान बचाने की जुगत में इन दिनों लगा हुआ है। एक दिन पूर्व शिवपुर ब्लॉक के गांव चमारनपुरवा जोरदिहा मे सरदार सदा सिंह के खेत मे लगे पेड़ पर तेंदुए का शावक पेड़ पर बैठा दिखाई दिया था, जिसकी दुर्लभ तस्वीर ग्रामीणों ने कैमरे में कैद की।
ग्रामीणो ने बताया की सियारों का झुंड कई दिनों इस शावक को शिकार बनाने की फिराक में है जिससे घबराए तेंदुए के शावक ने अपनी जान को बचाने के लिए पेड़ का आश्रय लिया। सवाल यह उठता है वन विभाग की टीम नन्हे शावक को अपनी माँ से कितनी जल्दी मिलाती है। हालांकि वन की टीम शावक का रेस्क्यू करने के लिए पूरी तैयारी में जुट गई है। ड्रोन की भी मदद ली जा रही है।
प्रभागीय वनाधिकारी संजय शर्मा के नेतृत्व में वनक्षेत्राधिकारी हरिओम, डिप्टी रेन्जर रामबिहारी शुक्ला, वन दारोगा सियाराम मोर्चा संभाले हुए है। अलग अलग जगहों पर पिंजरा लगाया गया है। साथ ही डब्ल्यूटीआई की टीम भी लागतार ग्रामीणो से संपर्क स्थापित कर लोगो को जागरूक कर रही है, रेस्क्यू अभियान को सकुशल संपन्न करने के लिए वन विभाग की हर संभव मदद कर रही है। डब्ल्यू टी आई की फील्ड आफिस श्रुति चौहान ने ग्रामीणों से अपील की है कि वह नन्हे शावक को उसके मां से मिलाने के लिए हर संभव मदद करें।
ऐसे पकड़ी गई थी आदमखोर मादा तेंदुआ
बहराइच वन्य जीव प्रभाग के शिवपुर ब्लाक में बीते आदमखोर मादा तेंदुआ के उत्पात से ग्रामीण काफी खौफ मे थे। वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया और पिंजरा लगाया लेकिन तेंदुआ वन विभाग को लगातार चकमा देता रहा। लगातार गश्त होती रही लेकिन मादा तेंदुआ और उसका शावक अपना लोकेशन बदलते रहे।
बाद शासन की ओर से बाराबंकी में प्रभागीय वनाधिकारी के पद पर तैनात आकाश दीप बधावन को 15 दिन का बहराइच प्रभाग का चार्ज दिया गया। बधावन ने टीम गठित कर लगातार मादा और उसको पिंजरे में कैद कर सफलता पाई। और शासन के आदेश पर उसे लखनऊ चिड़िया घर भेज दिया गया था। मगर इन सब के बीच मादा तेंदुए का दूसरा नन्हा शावक अभी भी वन विभाग की गिरफ्त से दूर क्षेत्र में भटक रहा है।
घर के बाहर खेल रही चार बर्षीय बच्ची पर तेंदुए ने किया हमला, घायल
बिछिया : बहराइच। कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के निशान गाड़ा रेंज अंतर्गत बरगद पुरवा कारीकोट निवासी चार वर्षीय अंशिका पुत्री कमलेश अपने नाना रामलखन के यहां आयी हुई थी। बीती शाम अपने घर के पास खेल रही थी तभी घर के सामने लगे गन्ने के खेत से एक तेंदुआ निकालकर आया और झपट्टा मार कर घायल कर दिया। सूचना परिजनों ने वन विभाग को दी। रेन्जर ताराशंकर यादव के नेतृत्व वन रक्षक कौशल कौशर किशोर ने घायल बच्ची का इलाज कराया और ग्रामीणो को सजग रहने को कहा।
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