अयोध्या। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को है, इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने वालों को कोई दिक्कत ना हो इसके लिए हर तरह के इंतजाम किए जा रहे हैं। अतिथियों के ठहरने के लिए टेंट सिटी स्थापित की गई है। अयोध्या की आधुनिक टेंट सिटी प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयार है, यह लग्जरी होटल को भी मात दे रही है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में विशिष्ट पकवानों से श्रद्धालुओं का आतिथ्य-सत्कार होगा। कारसेवकपुरम, ब्रह्म कुंड, मणिदास की छावनी, राम कथा पार्क और बाग बिजेसी मे टेंट सिटी स्थापित है।
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प्रभु श्रीराम की जन्म भूमि अयोध्या के प्रति सिर्फ यूपी ही नहीं देश और विदेश के श्रद्धालुओं की आस्था है। इस शहर ने कई सदियों तक पराभव का दंश झेला है, मगर अब दिन बहुरे तो एक बार फिर राम राज्य’ की परिकल्पना को साकार होते देखने वाले प्रफुल्लित हैं, अयोध्या का खोया वैभव नए प्रारूपों में लौट कर आ रहा है।
विकास के पायदान पर अयोध्या लगातार कदम बढ़ा रहा है। 22 जनवरी 2024 को भव्य जन्मभूमि मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के द्वारा प्रभु श्रीराम के विग्रह की स्थापना होंगी। इससे पूर्व ही पूरी दुनिया के श्रद्धालुओं का तांता लगने लगा है। ऐसे में, उनकी आवभगत के लिए पीएम मोदी के विजन और सीएम योगी के क्रियान्वयन के फलस्वरूप अयोध्या में कई प्रकार की सुविधाओं का विकास हो रहा है। इन्हीं में से एक है यहां की आधुनिक टेंट सिटी जिसे अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) द्वारा डेवलप किया जा रहा है।
हजारों श्रद्धालुओं के लिए ‘नव्य-भव्य अयोध्या’ में ठहरने का माध्यम बन रही है टेंट सिटीज
अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है, समय धीरे-धीरे निकट आ रहा है। देश-विदेश से लाखों लोग प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पहुंचेंगे। ऐसे में अयोध्या विकास प्राधिकरण की ओर से विभिन्न स्थानों पर टेंट सिटी का निर्माण कराया गया है। 20 एकड़ भूमि में माझा गुप्तार घाट में टेंट सिटी स्थापित किया जा रहा है, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के रहने की व्यवस्था है। ब्रह्मकुंड के पास भी टेंट सिटी में 35 टेंट लग रहे हैं। वहीं, रामकथा पार्क में भी 30 टेंट्स की सिटी स्थापित हो रही है। इसके अतिरिक्त कारसेवकपुरम व मणिराम दास की छावनी और बाग बिजेसी में 25 एकड़ भूमि में हाइटेक टेंट सिटी की स्थापना हो रही है।
मिलेट्स व सीजनल कुजीन के साथ मिलेगा अवधी, बनारसी जायकों का स्वाद
‘हेरिटेज कॉटेज स्टे’ का आभास देने वाले इन टेंट सिटीज में ठहरने के साथ देश-दुनिया के तमाम जायकों का स्वाद श्रद्धालुओं को मिल सकेगा, मगर इसमें सबसे विशिष्ट अवधी व बनारसी जायके होंगे। ब्रह्न कुंड की टेंट सिटी 1 दिसंबर से संचालित हो रही है। ब्रह्म कुंड व राम कथा पार्क में स्थापित टेंट सिटी का विकास एडीए द्वारा प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए किया गया है।
यहां ठहरने वाले श्रद्धालुओं को मिलेट्स व मोटे अनाज के बने पकवान, मक्के की रोटी-सरसों का साग समेत सीजनल साग-सब्जियों की वेराइटी पेश की जाएगी। इसके अलावा मटर का निमोना, बाटी-चोखा, बाजरे की रोटी व अन्य रेसिपीज और मूंग खिचड़ी समेत कई प्रकार के स्थानीय पकवान भी परोसे जाएंगे। हेल्थ कॉन्शियस लोगों को यहां डिटॉक्स वॉटर की भी सुविधा मिलेगी।
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रामोत्सव 2024 : सात दिन तक चलेगा प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान, राममय रहेगी अयोध्या
अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां काफी तेजी से चल रही हैं। जैसे-जैसे यह पल समीप आ रहा है, आमजन में जिज्ञासा भी बढ़ती जा रही है। उल्लेखनीय है कि अयोध्या में सात दिनों तक वृहद स्तर पर अनुष्ठान प्रक्रिया चलेगा, जिसकी शुरुआत 16 जनवरी से होगी। 22 जनवरी को श्रीरामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी।
22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी के करकमलों से श्रीराम अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। इस कार्यक्रम के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निरंतर अयोध्या दौरा कर रहे हैं। दो दिसंबर व 21 दिसंबर को अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निरंतर राम मंदिर निर्माण कार्य का अपडेट ले रहे हैं। इस कार्यक्रम में देश-विदेश से काफी संख्या में आगंतुक उपस्थित रहेंगे।
सात दिवसीय अनुष्ठान कार्यक्रम एक नजर में
- 16 जनवरीः सरयू नदी के तट पर दशविध स्नान, विष्णु पूजन और गोदान के साथ मंदिर ट्रस्ट की ओर से नियुक्त यजमान द्वारा प्रायश्चित
- 17 जनवरीः मंगल कलश में सरयू का जल लेकर मंदिर पहुंचेंगे श्रद्धालु, रामलला की मूर्ति के साथ अयोध्या भ्रमण शोभायात्रा
- 18 जनवरीः गणेश अंबिका पूजन, ब्राह्मण वरण, वास्तु पूजन, वरुण पूजन, मातृका पूजन, आदि से अनुष्ठान का आरंभ
- 19 जनवरीः नवग्रह स्थापना, अग्नि स्थापना और हवन
- 20 जनवरी: मंदिर के गर्भगृह को सरयू के पवित्र जल से धोने के बाद अन्नाधिवास और वास्तु शांति होगा
- 21 जनवरीः प्रभु श्री राम को 125 कलशों से दिव्य भव्य स्नान के बाद शैयाधिवास कराया जाएगा
- 22 जनवरीः सुबह पूजन के बाद दोपहर मृगशिरा नक्षत्र में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा
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