- कतर्नियाघाट में पर्यटन सत्र का हुआ समापन, इस सत्र 13318 पर्यटकों ने की जंगल की सैर
- कतर्नियाघाट जंगल में भ्रमण के लिए अब पर्यटकों को करना पड़ेगा 15 नवंबर तक का इंतजार
उवेश रहमान : बहराइच। कतर्नियाघाट में पर्यटन सत्र का अंततः 25 जून को समापन हो गया, इस पर्यटन सत्र में जंगल विभाग की ओर से 13318 पर्यटकों ने कतर्नियाघाट जंगल की सैर की है। अब पर्यटन सत्र समापन के साथ ही पर्यटकों का आवागमन थम गया है।कतर्नियाघाट जंगल में भ्रमण के लिए अब पर्यटकों को 15 नवंबर तक का इंतजार करना पड़ेगा।
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वन क्षेत्राधिकारी रामकुमार ने बताया कि इस बार के बीते पर्यटन सत्र में देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों से कुल 13 हजार 318 पर्यटक आए। कतर्नियाघाट सेंक्चुरी आने वाले इन पर्यटकों में विदेशी पर्यटक 18 रहे वहीं 734 बच्चों ने कतर्नियाघाट सेंक्चुरी पहुंचकर जंगल भ्रमण किया।
वन विभाग के और भी आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि बीते पर्यटन सत्र में आए कुल 13318 पर्यटकों में भारतीय पर्यटको की कुल संख्या 12566 रही। जबकि जंगल आए इन पर्यटकों में से सफारी के लिए जिप्सी की राइडिंग सिर्फ 962 पर्यटकों ने की है। पर्यटकों की इस आमद से वन विभाग को करीब 20 लाख से अधिक राजस्व की प्राप्ति बीते सत्र में हुई है। पर्यटन सत्र समापन के समय कतर्नियाघाट रेंज के वन क्षेत्राधिकारी रामकुमार ने वन कर्मियों के परिवार को बच्चों सहित तथा वन निगम कर्मियों को भी जलपान कराया। इस मौके पर डेविड सिंह, ऋषभ प्रताप सिंह, अनूप कुमार, चांद बाबू, नरेंद्र प्रताप सिंह, बब्बू, अन्नु शुक्ला, चुन्ना सलमानी, हीरालाल यादव, डिम्पल आदि मौजूद रहे।