- भेड़िया आया-भेड़िया की आवाज से गूंज रहे बहराइच के 40 गाँव
- अब तक 19 शूटरों टीम पूरी तरह खाली हाथ, आदमखोर भेड़िये को खोजने में हांफता दिख रहा वन महकमा
अतुल अवस्थी/उवेश रहमान
बहराइच। भेड़िए की दहशत खत्म नहीं हो रही, बहराइच के 40 गांवों में रात होते ही भेड़िया आया-भेड़िया की आवाज सुनाई पड़ने लगती है। आदमखोर भेड़िए की दहशत के चलते लोगों की रात की नींद हराम हो गयी है। कहने को तो वन विभाग चाक चौबंद तैयारी का ढिंढोरा पीट रहा है लेकिन आदमखोर भेड़िए को पकड़ने में वन विभाग अब तक सफल नहीं हो सका है। 19 शूटरों की टीम भेड़िया प्रभावित गांवों की खाक छान रही है। लेकिन परिणाम अब तक सिफर ही रहे हैं। भेड़िए की दहशत के चलते लोगों की दिनचर्या अस्त-व्यस्त है।
आपको बताते चलें कि बहराइच में बीते डेढ़ माह से आदमखोर भेड़िया वन विभाग की मुसीबत बना हुआ है, गांव में भेड़िया की दहशत फैली हुई है। बहराइच के महसी, कैसरगंज और नानपारा तहसील के लगभग 40 गांव आदमखोर भेड़िए के हमले से प्रभावित है। अब तक यह आदमखोर भेड़िए महसी और कैसरगंज तहसील के अलग-अलग गाँवों में 10 लोगों की जान ले चुके है। इनमें नौ बच्चे और एक महिला शामिल हैं। आलम यह है कि भेड़िए की दहशत बहराइच में खत्म नहीं हो रही, शाम होते ही गाँवों में भेड़िया आया-भेड़िया आया की आवाज सुनाई पड़ने लगती हैं। परिवार की सुरक्षा के लिए गांव के लोग पूरी रात जाग कर भेड़िए को भगाने के लिए हाका लगाते दिख रहे हैं।
वन विभाग ने अलग-अलग सेक्टर में जिले के भेड़िया प्रभावित गांवों को विभाजित करते हुए आदमखोर भेड़िए को पकड़ने के लिए चार दिन पूर्व शूटरों की 19 टीमें गठित की थी। बहराइच के दौरे पर आए उत्तर प्रदेश सरकार के वन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री के सामने भी वन विभाग ने आदमखोर भेड़िए को पकड़ने का खाका प्रस्तुत किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा निर्देश पर विभागीय अधिकारियों ने अमल करने की बात कही थी लेकिन अब तक भेड़िया प्रभावित क्षेत्र में तैनात किए गए शूटरों की टीम को कोई भी सफलता नहीं मिल सकी है। न तो एक भी भेड़िया ट्राइकुलाइज किया जा सका है न ही शूट कर पकड़ा जा सका है। जबकि वन विभाग के अलावा पुलिस, पीएससी और जिला प्रशासन की विशेष टीम लगी हुई है।
भेड़ियों की निगरानी को लगाए गए आईआर कैमरे
उत्तर प्रदेश वन निगम के महाप्रबंधक संजय पाठक ने बताया कि भेड़िया प्रभावित महसी तहसील क्षेत्र के पूरे गंगा प्रसाद, गरेठी गुरुदत्त सिंहपुरवा, कोलैला, सियाराम पुरवा समेत 18 स्थानों को चिन्हित किया गया है। इन स्थानों पर आईआर कैमरा (व्हाइट फ्लैश) के द्वारा भेड़ियों पर नजर रखी जाएगी।
ड्रोन कैमरा प्वाइंट पर जब तक शूटर पहुंचे तब तक खिसक गए भेड़िए
आपको बताते चलें कि बहराइच में अब आदमखोर भेड़ियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरों की भी मदद ली जा रही है। भेड़िया प्रभावित इलाकों में ड्रोन कैमरा उड़ाया गया बताते हैं कि ड्रोन कैमरे में कुछ भेड़ियों की तस्वीरें कैद हुई, लेकिन जब तक शूटरों की टीम चिन्हित स्थान पर पहुंचती तब तक आदमखोर भेड़िया मौके से खिसक गया। महाप्रबंधक वन संजय पाठक ने बताया कि ड्रोन में भेड़िया दिखे। लेकिन तापमान अधिक होने के चलते ड्रोन उड़ कर नीचे आ गए। जिसके चलते उन्हें पकड़ा नहीं जा सका।
अब भेड़िए की मांद मिलने दावा कर रहा वन विभाग
महसी तहसील के मैकुपुरवा में वन विभाग भेड़िए की चार मांद मिलने का दावा कर रहा है। यह मांद भेड़िए की ही है इसकी पुष्टि करने में विशेषज्ञ जुटे हुए हैं। वन विभाग का कहना है कि टीमों की सतर्कता और सजगता के चलते दो दिनों से आदमखोर भेड़ियों के हमले पर अंकुश लग सका है।
भेड़िया के चक़्कर में अब सियार से भी डर रहे ग्रामीण
बहराइच में आदमखोर भेड़िए की दहशत का आलम यह है कि गांव के बाहर झाड़ियों में रहने वाले सियारों को देखकर भी उन्हें भेड़िया समझकर भेड़िया प्रभावित गांवों के लोग सहम रहे हैं। आदमखोर भेड़ियों की दहशत इतनी है कि लोग रात में खेत खलिहान जाने से भी डर रहे हैं।