अयोध्या। योगी सरकार द्वारा अयोध्या जंक्शन ही नहीं, बल्कि इसके आसपास के स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने का खाका तैयार कर लिया है। राजकीय रेलवे पुलिस की ओर से मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस बल और संसाधनों की मांग की गई है। राजकीय रेलवे पुलिस पुराने सुरक्षा व्यवस्था के खाके को पुनरीक्षित करने में जुटी है।
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राजकीय रेलवे थाना अयोध्या कैंट के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त किया जा रहा है। अयोध्या में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को सकुशल संपन्न कराने के लिए मुख्यालय को संसाधनों और अधिकारियों समेत 200 पुलिस बल की मांग भेजी गई है।
तमिल व तेलुगू भाषा में भी अयोध्या की सड़कों पर लगेंगी निर्देश पट्टिकाएं
अयोध्या के मंदिरों में दर्शन पूजन के लिए मार्गों पर निर्देश पट्टिका लगाई जाएंगी। देश के विभिन्न भागों से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए यह व्यवस्था की जा रही है। इनमे हिंदी और अंग्रेजी के साथ दक्षिण की तमिल, तेलुगू जैसी बडे पैमाने पर बोली जाने वाली भाषाओं की भी पट्टिकाएं शामिल होंगी।
- अयोध्या आने वाले तमिल व तेलुगू भाषियों को मंदिरों के दर्शन पूजन में दिक्कत न हो इसलिए हो रही व्यवस्था
अयोध्या के दौरे पर पहुंचे एडीजी जोन पियूष मोर्डिया ने बताया कि प्रमुख मंदिरों की तरफ जाने वाले मार्गों को चिन्हित कर उन मार्गों पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अलग-अलग भाषाओं में मार्ग संकेतक पट्टीयां लगाई जाएगी जिससे बाहर से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो, जिस मार्ग से पैदल यात्री जा सकें, उन मार्गों पर वाहनों को जाने से रोका जाएगा। एडीजी ने कहा अयोध्या के मार्गों पर हिंदी और अंग्रेजी भाषा के अतिरिक्त खासकर दक्षिण के राज्यों की भाषाओं में निर्देश पट्टिकाएं भी शामिल होंगी।
एडीजी ने कहा यह भी निर्धारित किया जा रहा है कि जहां पर वाहनों के आने की आवश्यकता है, वहां वे इस प्रकार से आएं कि अन्य लोगों का आना-जाना बाधित न हो। मार्गों की आवश्यकता के अनुरूप प्लान तैयार किया जा रहा है। कुछ मार्गों पर ई-रिक्शा को बैन भी किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए
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