UPKeBol : बहराइच। यूपी के बहराइच जिले में स्थित बैरिया गांव में गुरुवार रात माता-पिता गांव में चल रहे दुर्गा पूजा कार्यक्रम को देखते रहे वहीं घर में मौजूद उनके दो मासूम बेटे जिंदा जल गए। देर रात पिता कार्यक्रम से घर लौटा तो दोनों बेटों की हालत देखकर चीख पड़ा। गांव के लोग इकट्ठा हो गए। किसी तरह आग बुझाई गई पुलिस भी मौके पर पहुंची। लेकिन तब तक दोनों मासूम सगे भाइयों की झुलस कर मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना पाकर रात में ही गांव के लोगों की भी भीड़ इकट्ठा हो गई। मौके पर पहुंची बौडी थाने की पुलिस ने मासूम भाइयों के झुलसे शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
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हृदय विदारक घटना बहराइच जिले के बौंडी थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत बेहड़ा के बैरिया गांव की है। बैरिया गांव निवासी बद्री विशाल मिश्रा गुरुवार रात को घर से कुछ दूरी पर आयोजित दुर्गा पूजा कार्यक्रम देखने अपनी पत्नी तथा 6 वर्षीय पुत्र सत्या और 4 वर्षीय पुत्र सनी के साथ गए थे।
देर रात तक बद्री विशाल कार्यक्रम में अपने दोनों पुत्रों के साथ मौजूद रहे। लेकिन रात 11:00 के आसपास जब दोनों पुत्रों को नींद आने लगी तो बद्री विशाल बेटे सत्या और शनी को घर लेकर आया, लेकिन घर पर लाइट नहीं थी जिसके चलते मोमबत्ती जला दिया। इसके बाद दोनों पुत्रों को कमरे में सुलाकर बद्री विशाल फिर कार्यक्रम देखने चला गया।
उधर जल रही मोमबत्ती बच्चों के बिस्तर पर गिर गई जिससे आग लग गई। चारपाई पर सो रहे सगे भाई सत्या और शनी जिंदा जल गए। मकान के दूसरे हिस्से में बद्री विशाल के पिता माला जाप कर रहे थे उन्हें भी घटना की जानकारी नहीं हुई।
देर रात बद्री विशाल और उनकी पत्नी कार्यक्रम से लौटे तो बच्चों के कमरे से तेज धुआं निकल रहा था। बद्री विशाल ने दरवाजा खोला तो सन्न रह गया। बच्चों की चारपाई जल रही थी और दोनों बच्चे उसी में झुलस कर दम तोड़ चुके थे।
अपने बेटों की यह हालत देखकर बद्री विशाल चीख पड़ा। पारिवारीजनों के साथ गांव के लोग बद्री विशाल की चीख सुनकर दौड़े। लोग मौके पर पहुंचे तो कमरे के अंदर चारपाई जल रही थी लोगों ने किसी तरह आग बुझाया। लेकिन तब तक चारपाई पर सो रहे दोनों बच्चे जिंदा जल चुके थे। गांव के लोगों की भारी भीड़ एकत्रित हो गई।
घटना की सूचना पाकर रात में ही बौडी थाना के प्रभारी निरीक्षक अंजनी कुमार राय भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। प्रभारी निरीक्षक का कहना है की मोमबत्ती से बिस्तर में आग लगने के चलते हादसा हुआ है। पुलिस ने झुलसे दोनों बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
शोर के चलते नहीं सुनाई पड़ी बच्चों की चीख
दुर्गा पूजा कार्यक्रम के चलते रात में काफी शोर शराबा था। जिसके चलते चारपाई पर जिन्दा जल रहे बच्चों की चीख पुकार भी परिवार के लोगों को और ग्रामीणों को नहीं सुनाई पड़ी। विलखते हुए बद्री विशाल ने बताया कि कार्यक्रम में उनकी पत्नी व परिवार के अन्य सदस्य भी गए थे। जिसके चलते दोनों मासूम बच्चे जिंदा जल गए।
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