UPKeBol : लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में स्थित किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) में बुधवार को दोपहर बाद एमबीबीएस की प्रथम वर्ष की एक छात्रा ने अपने हास्टल के कमरे मे फांसी लगाकर ख़ुदकुशी की कोशिश की। सहपाठी छात्रा के शोर मचाने पर केजीएमयू के कर्मचारी और छात्र दौड़े आनन-फानन मे दरवाजा तोड़कर छात्रा को फांसी के फंदे से उतार कर अस्पताल पहुंचाया गया। क्रिटिकल केयर यूनिट (CCU) मे भर्ती कर छात्रा का इलाज किया जा रहा है। हालत नाजुक बताई जा रही है। अभी तक आत्महत्या की कोशिश करने के कारणों का पता नहीं चल सका है।
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आपको बता दे की लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) में बुधवार को दोपहर बाद क्लासेस खत्म हुई तो छात्र-छात्राएं क्लास रूम से विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित मेस की ओर खाना खाने के लिए बढ़े। लेकिन एमबीबीएस प्रथम वर्ष की 19 वर्षीय छात्रा मेस की ओर जाने के बजाय परिसर में स्थित हॉस्टल में अपने रूम की तरफ चली गई। छात्रा के बगल के कमरे में रहने वाली उसकी सहपाठी छात्रा भी पीछे से पहुंच गई।
सहपाठी छात्रा ने फांसी के फंदे पर अपनी सहेली को झूलते हुए देख लिया। इस पर उसने शोर मचाया तो विश्वविद्यालय के कर्मचारी और छात्र दौड़ पड़े। आनन फानन में दरवाजा तोड़कर छात्रा को फांसी के फंदे से उतारा गया। लेकिन तब तक छात्रा फंदे का दबाव गले पर पड़ने से बेहोश हो चुकी थी। उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। छात्रा का इलाज चल रहा है इस समय वह क्रिटिकल केयर यूनिट में भर्ती है। सूचना पाकर परिवार के लोग भी विश्वविद्यालय पहुँच गए हैं।
किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (केजीएमयू) के प्रवक्ता सुधीर सिंह का कहना है कि छात्रा की हालत काफी गंभीर है। सीसीयू में उसका इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि आत्महत्या के प्रयास के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है, क्योंकि छात्रा अभी तक पूरी तरह होश में नहीं आई है। उन्होंने कहा कि छात्रा की जान बचाना विश्वविद्यालय प्रशासन की पहली जिम्मेदारी है। छात्रा के होश में आने के बाद घटना के कारणों का भी पता चल जाएगा।
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