ICLM Micro Teaching Workshop in Bahraich : UPKeBol : बहराइच। यूपी के बहराइच जिले में स्थित आईसीएलएम (ICLM) एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की ओर से शनिवार को एक दिवसीय माइक्रो टीचिंग कार्यशाला का आयोजन हुआ। इस अवसर पर प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को माइक्रो टीचिंग के टिप्स सुझाते है माइक्रो टीचिंग की बारीकियां बताई गई। कार्यशाला समापन के अवसर पर सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए आईसीएलएम (ICLM) के डायरेक्टर ने कहा कि संस्था का मुख्य उद्देश्य सिर्फ प्रमाण पत्र देना नहीं बल्कि छात्र-छात्राओं को स्किल्ड बनाकर स्वावलम्बी बनाना है।
यह भी पढ़ें : नेपाल में भूकंप का तांडव, मकान मलबे में तब्दील, अब तक 156 की मौत
आईसीएलएम (ICLM) एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की ओर से शनिवार को आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में माइक्रो टीचिंग की बारीकियां बताते हुए टिप्स सुझाए गए। माइक्रो टीचिंग के तौर तरीके और माइक्रो टीचिंग से कक्षा शिक्षण को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है, इसके टिप्स सुझाए गए।
कार्यशाला मे ICLM के डायरेक्टर सूरज शुक्ला ने सूक्ष्म शिक्षण (Micro Teaching) के महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करते हुए बताया की सहायक सामग्री तथा सूक्ष्म शिक्षण किसी भी शिक्षक के लिए बहुत जरूरी हैं। डायरेक्टर श्री शुक्ला ने कहा कि सभी छात्र छात्राओं को सूक्ष्म शिक्षण के बारीकियों को सीखना बहुत आवश्यक है, क्योंकि कुशल शिक्षण के लिए माइक्रो टीचिंग व उसके विभिन्न क्षेत्रों और उपयोगिता का ज्ञान होना अनिवार्य है।
संस्था द्वारा अयोजित माइक्रो टीचिंग की कार्यशाला में संस्था में पढ़ रहे सिद्धार्थ तिवारी, अभिजीत प्रसाद, रितेश साहू, शेखर कुमार, हरिओम मिश्रा, वीरेंद्र निषाद, कुसुम, मानसी, साक्षी सिंह, संध्या मिश्रा, आकांक्षा शुक्ला, अनुपमा त्रिवेदी, अंशिका यादव, संगीता, मोहिनी, अनन्या, अंशिका सिंह, नीतू वर्मा आदि छात्र/छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाले सभी छात्र/छात्राओं को संस्था के डायरेक्टर की ओर से सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।
सर्टिफिकेट वितरण के दौरान डायरेक्टर श्री शुक्ला ने बताया कि ICLM संस्था का मकसद सिर्फ बच्चों को पढ़ाकर मार्कशीट देना नहीं है बल्कि संस्था का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं को स्किल्ड कर स्वावलंबी बनाना हैं। कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्था की मैनेजर नूर खान, सनी सिंह व सोनी जायसवाल का सहयोग रहा।
यह भी पढ़ें : नेपाल में भूकंप का तांडव, मकान मलबे में तब्दील, अब तक 156 की मौत