विनोद श्रीवास्तव : UPKeBol : Forest department failed to catch man-eating leopard in Bahraich : बहराइच। यूपी के बहराइच जिले के खैरीघाट क्षेत्र में आदमखोर तेंदुए का आतंक थम नहीं रहा। चार सप्ताह से दहशत का पर्याय बनी मादा तेंदुआ अपने दो शावक के साथ प्रतिदिन खेतों में दिख रही है। तेन्दुए की गुर्राहट से ग्रामीण अपने खेत खलिहान को जाने से डरते हैं। वन विभाग ने तेन्दुए को पकड़ने के लिए पिजड़ा, जाल और थर्मो सेंसर कैमरे लगाए लेकिन लग रहा है जैसे तेंदुआ वन विभाग से लुका छुपी का खेल खेल रही है। तेंदुआ लगातार हमला कर रही है लेकिन वन विभाग एक माह बाद भी खाली हाथ है। आदमखोर तेन्दुए के न पकड़े जाने से ग्रामीणों में दहशत खत्म नहीं हो रही, लोग घरों से निकलने से डरते हैं।
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आपको बता दें कि यूपी के बहराइच जिला अंतर्गत खैरीघाट थाना क्षेत्र में आदमखोर तेंदुए की दहशत से लोगों की रात की नींद हराम है, दिन में भी लोग खेत खलिहानों में जाने से दहशतजदा रहते हैं। इस तेंदुआ ने अब तक सात हमले किये है। लेकिन वन विभाग की टीम अब तक तेंदुए को पकड़ नहीं सकी है। जिससे
क्षेत्र के चौकसाहार, झुंडी, उपहरियन पुरवा, अरवा, नरायन पुरवा, तेलिया पुरवा समेत आसपास के दर्जनो गांव में आदमखोर बन चुके तेंदुए की दहशत बरकरार है।
गौरतलब हो कि हर हमले के बाद वन विभाग तेन्दुए को पकड़ने के लिए हुंकार भरता है लेकिन क्षेत्र में शावकों के साथ टहल रही हमलावर मादा तेंदुआ को अब तक वन विभाग पकड़ने में सफल नहीं हो पाया है। जिसके चलते ग्रामीणो में दहशत के साथ अब आक्रोश बढ रहा है। हालांकि डीएफओ ग्रामीणो को जागरुक करने में लगे हुए हैं। वहीं वन विभाग की टीम प्रतिदिन कॉबिंग कर क्षेत्र में तेन्दुए के मूवमेंट की पुष्टि कर रही है। प्रभागीय वनाधिकारी का कहना है कि तेंदुआ लगातार अपना ठिकाना बदल बदल रही है। इसके चलते उसे पकड़ने में मुश्किलें आ रही है।
तीन जिलों के छह रेंजो की टीम डाले हुए है डेरा
वन विभाग ने तेंदुआ को पकड़ने के लिए क्षेत्र में 40 थर्मो सेंसर कैमरे के साथ 12 पिंजडे व 20 जाल लगा रखे हैं। तेंदुआ को पकड़ने के लिए श्रावस्ती, बहराइच और गोंडा के छः रेजो की टीम डेरा डाले हुए हैं। पीलीभीत, कतर्नियाघाट, दुधवा से डा. दीपक कुमार, डा. दक्ष और डा. दया को तेंदुआ को ट्रेंकुलाइजर करने के लिए भी बुलाया गया है। इसके बाद भी अभी तक मादा तेंदुआ पकड़ से बाहर है।
डीएफओ ने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में खेतों में गन्ना अधिक लगा होने के कारण तेंदुआ आराम से इधर से उधर निकल जाता है। रविवार को भी पूरे दिन वन विभाग की टीम तेंदुआ की तलाश में जुटी रही। उधर डीएफओ संजय शर्मा ग्रामीणो के साथ बैठक कर उन्हें बचाव के लिए जागरुक कर रहे हैं। साथ ही साथ जल्द तेंदुआ को पकड़ने का आश्वासन दे रहे हैं।
एक माह में क्षेत्र में हुए तेंदुए के हमले एक नजर में :
- 5अक्टूबर : खैरीघाट के चौकसाहार के मजरा झुंडी निवासी 13 वर्षीय राम बेटी को तेंदुआ ने पहला निवाला बनाया
- 10अक्टूबर : चौकसाहार के मजरा उपहरियन पुरवा निवासी 11 वर्षीय रोहित को मार डाला
- 15 अक्टूबर : खेत मे काम कर रही तेलिया पुरवा निवासी सगी बहनो ममता (15) और अनीषा (13) पर हमला कर किया घायल
- 16 अक्टूबर : एक बछिया का तेंदुए ने किया शिकार
- 21 अक्टूबर : नरायनपुरवा निवासिनी 7 वर्षीय साधनी पर हमला कर किया घायल
- 26अक्टूबर : अरवा के मजरा नरायन पुरवा निवासिनी 50 वर्षीय चमेला को निवाला बनाया
घर से समूह में निकलने और सजगता बरतने के दिए निर्देश : DFO
डीएफओ संजय शर्मा ने कहा कि वन विभाग की टीम लगातार लगी हुई है, कॉबिंग की जा रही है। तेन्दुए के मूवमेंट पर नजर रखने के साथ ही ग्रामीणों को घर से समूह में निकलने और सजग रहने के लिए निरंतर संदेश दिया जा रहा है। ट्रेंकुलाइज विशेषज्ञ भी बुलाए गए हैं। प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द तेन्दुए को पकड़ लिया जाएगा।
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