- वन नियम की शर्तों के साथ सुजौली से त्रिमोहानी पुल तक खड़ंजा मरम्मत कार्य को वन विभाग की मंजूरी
- ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता को लिखा पत्र
Forest Department approves the repair work of Khadanja from Sujauli to Trimohani bridge with the conditions of forest rules : उवेश रहमान : बिछिया : बहराइच। कतर्नियाघाट वन्य जीव अभ्यारण्य के घने जंगलों के बीच से निकलने वाले सुजौली से त्रिमोहानी पुल तक के खड़ंजे मार्ग को वन विभाग से एनटीसीए के गाइड लाइन के अनुसार कुछ शर्तों के आधार पर मंजूरी मिल गई है।
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ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशाषी अभियंता को लिखे पत्र में वन विभाग ने कहा है कि सुजौली ग्राम पंचायत से लेकर त्रिमुहानी पुल तक खड़ंजा मार्ग दुधवा टाइगर रिज़र्व कोर/क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट के क्षेत्र में आता है। उस स्थान का स्थलीय निरीक्षण कर लिया गया है।
निरीक्षण में पाया गया कि सुजौली से त्रिमोहानी पुल तक वन मार्ग पर खड़ंजा मार्ग की मरम्मत न होने से जनमानस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। डामर मार्ग की मरम्मत होने से तीव्र गति वाहन से वन्य जीवों पर खतरा उतपन्न होने की संभावना है। आरक्षित वन भूमि होने के कारण संबंधित क्षेत्र में वन संरक्षण अधिनियम व एनटीसीए के प्राविधान लागू होते है। जिसके चलते सूर्यास्त के बाद व सूर्यास्त के पूर्व कोई कार्य नही किया जाएगा।
कार्यदायी संस्था/ठेकेदार एवं मजदूरों को कार्य करते समय भारत सरकार एवं एनटीसीए के गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करना होगा। कार्य के दौरान कार्य प्रभावित स्थान पर आग जलाना प्रतिबंधित है। कार्य के दौरान उत्सर्जित मलबा/कूड़ा/एकत्रीकरण फेकना भी प्रतिबंधित है। कार्य के दौरान वन क्षेत्र से मिट्टी व लकड़ी लेने पर भी प्रतिबंध है।