- पहली बार गोण्डा वासी को मिला केन्द्र सरकार में सम्मान, केन्द्रीय मंत्री बन सांसद कीर्तिवर्धन ने रचा इतिहास
- पूर्व में गोण्डा जिले का प्रतिनिधित्व करने वाले दो मंत्री बने थे लेकिन वह थे दूसरे जिले के निवासी
गोण्डा। जिले की गोण्डा संसदीय सीट से पांचवी बार निर्वाचित सांसद कीर्तिवर्धन सिंह को केन्द्रीय मंत्री के बनने से कई मायनों में न सिर्फ रिकार्ड बन गए बल्कि इतिहास भी रच गया है। उनके मंत्री बनने से पहली बार गोण्डा वासियों को केन्द्र सरकार में सम्माान मिला है।
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बताया जा रहा है कि आजादी से लेकर अब तक इस जिले में प्रतिनिधित्व करने वाले दो सांसदों को केन्द्रीय मंत्री बनने का सौभाग्य मिला, लेकिन इनमें बेनी प्रसाद वर्मा व श्रीराम चौहान दूसरे जिले के निवासी थे।
सांसद कीतिवर्धन सिंह ने लगातार तीन बार भाजपा से गोण्डा संसदीय सीट से ही सांसद निर्वाचित होने का गौरव प्राप्त किया है। वहीं इस सीट पर सबसे अधिक चार बार कांग्रेस पार्टी से सांसद रह चुके अपने पिता कुंवर आनन्द सिंह से आगे बढ़कर पांचवी बार जीत दर्ज करके उन्हें पीछे छोड़ दिया है।
सांसद कीतिवर्धन सिंह के पिता कुंवर आनंद सिंह सन 1971, 1980, 1984, 1989 में सांसद थे। मनकापुर राजघराने के सियायी दौर में कदम रखने वाली तीसरी पीढ़ी के कीतिवर्धन सिंह पहली बार 1998 में समाजवादी पार्टी से जीते थे। फिर वर्ष 2004 में भी इसी पार्टी से निर्वाचित हुए। लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव से ऐन पहले भारतीय जनता पार्टी का दामन थामकर सांसद भी निर्वाचित हुए। इसके बाद 2019 और लगातार तीसरी बार 2024 में भी जीते हैं।
जिले के वासी को पहली बार केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में स्थान मिलने से यहां के लोगों में खुशी है। वयोवृद्ध शिक्षाविद व साहित्यकार डा. सूर्यपाल सिंह कहते हैं कि इससे पहले वर्ष 2009 में समाजवादी पार्टी के बेनी प्रसाद वर्मा को गोण्डा संसदीय सीट से जीत मिली और केन्द्र में लौह इस्पात मंत्री बनाए गए, लेकिन वे बाराबंकी जिले के रहने वाले थे।
वहीं वर्ष 1999 में भाजपा सरकार में बस्ती से संासद श्रीराम चौहान को केन्द्रीय मंत्री बने थे, तब इस जिले की डिक्सिर (अब तरबगंज) विधानसभा सीट उनके संसदीय क्षेत्र में आती थी। जिससे इस जिले को केन्द्र सरकार में सम्मान नहीं मिलने की बात लोगों को साल रही थी।
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