अंकित मिश्रा, (सम्पादक) : UPKeBol : हरदोई। अन्ना मवेशी पशुओं को लेकर जिला प्रशासन चाहे लाख दावे करता हो की पशु सभी संरक्षित कर लिए गए हैं पर सड़कों और खेतों तथा तहसील में भी अन्ना पशु घूमते नजर आ जाते हैं। कुछ ऐसा मामला तहसील सवायजपुर तहसील में नजर आया जब दो साँड़ तहसील परिसर में बने आवासीय परिसर की तीन मंजिल छत पर आपस मे लड़ते लड़ते पहुच गए। लोगो के द्वारा जब ये जानकारी तहसील प्रसासन को लगी तो वहां के कर्मचरियों ने काफी मशक्कत की पर उनको कामयाबी नही मिल पाई, 50 घण्टे बाद जब क्रेन पहुची तब जाकर उनको नीचे उतारा गया। इस दौरान तहसील प्रशासन पसीना पसीना नजर आया।
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दोनों छुट्टा सांडो को बेहोश करने के बाद क्रेन से सुरक्षित उतारने में मिली कामयाबी
सवाल यह उठ रहा है कि प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छुट्टा सांडो, मवेशियों के लिए गांव-गांव गौशालाएं खुलवाई हैं, स्पष्ट आदेश है कि छुट्टा मवेशी न घूमे लेकिन लेकिन अधिकारियों और कर्मचारियों के दावों के विपरीत हर जगह छुट्टा मवेशी और सांड घूमते हुए दिखाई देते हैं। यह न सिर्फ किसानों को नुकसान पहुंचा रहे हैं बल्कि दुर्घटना का भी सबब बन रहे हैं।
उधर छुट्टा सांडो के आवासीय परिसर की छत पर चढ़ने के मामले में जानकारी देते हुए एसडीएम सवायजपुर ने बताया की परसो रात किसी कर्मचारी द्वारा दरवाजा खुला छोड़ दिया गया था जिसके चलते दो साँड़ आपस में लड़ते हुए आवासीय परिसर की छत पर पहुंच गए थे। एसडीएम ने कहा कि प्रशिक्षण विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने कल पूरे दिन कोशिश की लेकिन दोनों सांडों को छत से उतारा नहीं जा सका। इसके चलते सांडों को बेहोश करने का निर्णय लिया गया इसके बाद पशु चिकित्सा विभाग के विशेषज्ञों द्वारा सांडों को बेहोश किया गया फिर क्रेन द्वारा उनको छत से सुरक्षित नीचे उतार लिया गया है।
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