UPKeBol : देवरिया। रूद्रपुर के लेहड़ा टोला में एक ही परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या के बाद स्व. सत्यप्रकाश दुबे के पुत्र देवेश दुबे पांच दिन बाद पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच लेहड़ा टोला स्थित घर पहुंचे। हत्यारों ने उनके माता-पिता एवं भाई-बहन की हत्या कर घर को तहस-नहस कर दिया है। घर में मलबे को देख देवेश फूट-फूट कर रोने लगा। यह देख वहां मौजूद सुरक्षा कर्मी भी भावुक हो गए। घर से 50 मीटर दूरी पर पुलिस की सुरक्षा में पहुंचे देवेश जैसे ही वाहन से उतरे कि दहाड़ मारकर रोने लगे। साथ चल रहे सुरक्षा कर्मियों ने देवेश को किसी तरह संभाला।
यह भी पढ़ें : लखनऊ-बाराबंकी बॉर्डर पर चल रहा था कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर ठगी का धंधा, गिरफ्तार
घर के अंदर कोई भी सामान सुरक्षित नहीं है। हमलावरों ने अनाज रखने वाली डेहरी के अलावा बॉक्स, चूल्हा आदि को तोड़ दिया है। टूटे हुए बॉक्स में सत्य प्रकाश एवं किरण व देवेश के छोटे भाई गांधी तथा बहन सलोनी का भी फोटो मिला। यह देखकर देवेश रोने लगे।
बॉक्स के अंदर कुछ धार्मिक पुस्तक मिली। घर के अंदर मौजूद जो भी बॉक्स व अटैचियां मिली वह टूटी हालत में थी। हत्या करने आए लोगों ने घर के अंदर कोई भी सामान सुरक्षित नहीं छोड़ा।
उधर देवेश के घर पहुँचने पर भाजपा नेता शशांक मणि त्रिपाठी ने पीड़ित देवेश को एक लाख नगद राशि अपनी तरफ से सहायता स्वरूप प्रदान किया। साथ ही भाजपा नेता श्री त्रिपाठी ने दोनों भाई देवेश एवं अनमोल की पढ़ाई की जिम्मेदारी लेते हुए देवेश की बहन को नौकरी दिलाने का भरोसा भी दिया।
तहसीलदार करेंगे मृतक पूर्व जिला पंचायत सदस्य के अतिक्रमण का निरीक्षण
देवरिया नरसंहार में मारे गए प्रेम चंद यादव पुत्र राम भवन यादव के मकान पर राजस्व टीम ने कल शाम बेदखली का नोटिस चस्पा किया था।
इस मामले में शनिवार को रामभवन यादव की छोटी बहू किरण पत्नी रामजी यादव और प्रेम यादव की बेटी तहसील में पहुंची। जहां उन्होंने अपने अधिवक्ता के द्वारा अपना पक्ष रखा। सुनवाई के बाद तहसीलदार ने कहा कि फतेहपुर गांव के अभयपुर टोला में वह 9 अक्टूबर को पहुंचकर मौके का मुआयना करेंगे और लोगों के पक्ष की भी सुनवाई करेंगे।
वहीं मृतक पूर्व जिला पंचायत सदस्य के पक्ष के अधिवक्ता गोपीनाथ यादव ने बताया एक तहसील प्रशासन की ओर से उनके मुवक्किल को नोटिस जारी हुई है,जिसमें वन विभाग की जमीन पर बाउंड्री वॉल और छप्पर से अतिक्रमण किए जाने का जिक्र है। जबकि दो नोटिस साइलेंट थे। जिसे बताया नहीं गया था।अराजी संख्या 2726 में रकबा 20 एयर में मकान और बाउंड्री वाल 6 एयर के हिस्से में दिखाया गया है जबकि यह नवीन परती जमीन है।
अराजी संख्या 2725 अराजी रकबा 45 एयर इसमें 20 एयर पर पक्की मकान और बाउंड्री वाल दिखाया गया यह भूमि खलिहान की है। अराजी संख्या 2742 रकबा 0.583 हेक्टेयर जमीन में 0.06 हेक्टेयर भूमि पर बाउंड्री वाल और छप्पर दिखाया गया है जो वन विभाग की भूमि है।
यह भी पढ़ें : लखनऊ-बाराबंकी बॉर्डर पर चल रहा था कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर ठगी का धंधा, गिरफ्तार