- कतर्नियाघाट में जंगल से सटे गांवों में गैंडा व हाथियों का बढ़ा उत्पात, किसानों की फसलों का भारी नुकसान, वनकर्मी व गजमित्रों ने ग्रामीणों को किया सतर्क
Mischief by rhinos and elephants in the villages adjacent to the forest in Katarniaghat : मोनिस खान/उवेश रहमान: जनपद बहराइच में भारत नेपाल सीमा के समीप जंगल से सटे गांवों में पिछले कई दिनों से गैंडों व जंगली हाथियों का मूवमेन्ट आबादी की तरफ थम सा गया था लेकिन मंगलवार की रात को कतर्नियाघाट के जंगल से सटे बर्दिया गांव में एसएसबी कैम्प के समीप नेपाल से आए गैंडों ने जमकर उत्पात मचाया है। गैंडों ने किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुचाया है।
किसान जयप्रसाद की दो बीघा गेंहू, किसान रामलाल की एक बीघा गेंहू की फसल को गैंडों ने बर्बाद कर दिया। किसानों का कहना है कि पूरी रात गैंडों का झुंड हांका लगाने के बावजूद भी टस से मस नही हुआ भोर में गैंडों का झुंड जंगल की ओर भागा है।
दूसरी ओर निशानगाड़ा रेंज के आजमगढ़पुरवा कारीकोट में जँगली हाथियों ने किसान हरिवंश मौर्य की दो बिसवा गन्ने की फसल, सुरेश की पांच बिसवा गेंहू की फसल, रामनिवास की 10 बिसवा गेंहूँ की फसल, बीरेंद्र की पांच बिसवा गेंहू की फसल, बृजलाल व राम प्रसाद की आठ बिसवा गन्ने की फसल को चौपट किया है।
हाथी बचाव दल के पूर्व सदस्य जयनारायन ने बताया कि पगचिन्हों के जरिये उन्होंने जांच की हैं जिसमें अकेला हाथी था। उन्होंने बताया कि लोगो को सतर्क किया जा रहा है। किसानों को अब एक बार फिर अपने नुकसान हुए फसलो की चिंता सताने लगी है। लोगो ने वन विभाग से मुआवजे की मांग की है।
रेंजर ताराशंकर यादव व रेंजर अनूप कुमार ने बताया कि पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है हाथी बचाव दल की मदद ली जा रही है जिनके सहयोग से हाथियों को भगाने में मदद मिलेगी उन्होंने बताया कि प्रार्थनापत्र मिलने के बाद मुआवजे की कार्यवाही की जाएगी।
सूखे मिर्च का सुलगाव कर हाथियों को भगाएं किसान
न्यूज़ संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिषेक ने बताया कि ग्रामीणों को सजग रहने की ज़रूरत है। हाथी दिखने पर वन विभाग को सूचित करें। सूखे मिर्च का सुलगाव करें। हाथियों के हर मूवमेन्ट पर गजमित्रों की टीम द्वारा नज़र बनाई जा रही है।