- कतर्नियाघाट में बाघ और तेंदुए की मौत के बाद अलर्ट मोड पर वन विभाग… देखें Video
- ट्रेनों और वाहनों में चेकिंग अभियान तेज, डॉग स्क्वायड की ली जा रही मदद
उवेश रहमान
बहराइच : UP। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में स्थित कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य में हाल ही में बाघ और तेंदुए की मौत के बाद वन विभाग सतर्क हो गया है। वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए पूरे प्रदेश में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में ट्रेन, बसों और निजी वाहनों की तलाशी ली जा रही है। अधिकारियों के निर्देश पर वन विभाग की टीमें अलर्ट मोड में आ चुकी हैं और हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है।
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बाघ और तेंदुए की मौत से मचा हड़कंप
वन विभाग ने बढ़ाई निगरानी, सख्ती से हो रही चेकिंग
वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वन विभाग ने जगह-जगह चेकिंग अभियान तेज कर दिया है। ट्रेनों, बसों और निजी वाहनों में सफर करने वाले यात्रियों की तलाशी ली जा रही है। इस दौरान डॉग स्क्वायड की भी मदद ली जा रही है ताकि किसी भी अवैध गतिविधि का तुरंत पता लगाया जा सके।
रेलवे स्टेशन और सड़कों पर भी बढ़ाई गई सख्ती
बिछिया रेलवे स्टेशन पर मैलानी से नानपारा जाने वाली ट्रेन में वन विभाग की टीम ने चेकिंग अभियान चलाया। यात्रियों के बैग और झोलों की तलाशी ली गई, साथ ही आईडी कार्ड भी जांचे गए। इसके अलावा, कतर्नियाघाट के दो मुख्य वन बैरियर—बिछिया और कैलाशपुरी—पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। यहां आने-जाने वाले सभी वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है ताकि वन्यजीव तस्करी जैसी किसी भी अवैध गतिविधि को रोका जा सके।
चेकिंग अभियान में यह लोग रहे मौजूद… देखें Video👇
इस अभियान का नेतृत्व वन दरोगा मयंक पांडे कर रहे हैं। उनके साथ डॉग हैंडलर हीरालाल यादव, वनकर्मी गुलाम और विनोद तथा एसटीपीएफ (स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स) के जवान भी शामिल हैं। इन सभी की मदद से चेकिंग अभियान को प्रभावी बनाया जा रहा है।
वन विभाग का क्या कहना है?
वन दरोगा मयंक पांडे ने बताया कि डीएफओ बी शिव शंकर के निर्देश पर यह अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाघ और तेंदुए की मौत की घटनाओं के बाद से विभाग पूरी तरह अलर्ट है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम
वन विभाग लगातार निगरानी बढ़ा रहा है और जंगलों में गश्त भी तेज कर दी गई है। वन्यजीव प्रेमियों और स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत वन विभाग को सूचित करें।