- बहराइच : घाघरा नदी के किनारे गन्ने के खेत में फंसी थी नदी में डूबी एक बालिका की लाश, दूसरी का अभी भी नहीं चला पता
- नदी में डूबी एक बालिका की लाश चौथे दिन मिलने के बाद घर में मचा कोहराम
उवेश रहमान : बहराइच। यूपी के बहराइच जिले में 25 सितंबर को जिउतिया पूजा के दौरान घाघरा नदी में नहाते समय दो बालिकाएं डूब गई थी। डूबी एक बालिका का शव रविवार को चौथे दिन घटनास्थल से दो किलोमीटर दूर नदी से सटे गन्ने के खेत में फंसा मिला है। नदी में डूबी एक बालिका की लाश चौथे दिन मिलने के बाद घर में कोहराम मच गया है। जबकि दूसरी बालिका का अब तक पता नहीं चल सका है। लाश मिलने की सूचना पाकर मौके में पहुंची सुजौली थाने की पुलिस ने गोताखोरों की मदद से लाश को निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया है।
आपको बताते चलें कि सुजौली थाना अंतर्गत चहलवा लक्खा बाग निवासी ललिया उर्फ़ लल्ली (12) पुत्री वीरेंद्र और सीमा (16) पुत्री हरिश्चंदर 25 सितंबर की शाम को जिउतिया पूजा के मौके पर अपनी मां के साथ पड़ोसी गांव मौरहवा के पास बहने वाली घाघरा नदी में जिउतिया पूजा के अवसर पर नहाने गई थी। नदी में नहाते समय पैर फिसलने से ललिया और सीमा नदी के तेज बहाव में बह गई थी। जिससे मौके पर कोहराम मच गया था।
घटना के बाद से स्थानीय गोताखोरों की मदद से दोनों बालिकाओं की तलाश की जा रही थी लेकिन उनका पता नहीं चल रहा था। दोनों परिवारों के लोग परेशान थे। रविवार सुबह डूबी बालिका ललिया का शव घटनास्थल से दो किलोमीटर दूर नदी के किनारे गन्ने के खेत में कुछ ग्रामीणों ने फंसा देखा। तत्काल मामले की सूचना सुजौली थाने की पुलिस को दी गई।
सुजौली थानाध्यक्ष हरीश सिंह ने बताया कि मौके पर पहुंचकर ललिया के शव को बरामद कर लिया गया है। लेकिन अभी तक घाघरा नदी में डूबी सीमा का पता नहीं चल सका है। थानाध्यक्ष ने बताया कि बालिका के शव को पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है, जबकि सीमा की तलाश में गोताखोर लगे हुए है।
उधर ललिया का शव मिलने के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मां-बाप पछाड़े खा-खा कर गिर रहे हैं। वही लापता सीमा के परिवार के लोगों का भी बुरा हाल है।