14 Kosi Parikrama In Ayodhya : UPKeBol : अयोध्या। जय श्रीराम के उद्घोष के साथ 14 कोसी परिक्रमा भोर के प्रथम प्रहर में 2.00 बजे शुरू हो गयी, परिक्रमा में शामिल होने के लिए लाखों श्रद्धालु अयोध्या में उमड़े। 14 कोसी परिक्रमा में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो। उनके स्वास्थ्य, सुरक्षा की समुचित व्यवस्था के साथ सफाई के बीच परिक्रमा हो, योगी सरकार का इस पर भी विशेष फोकस है।
- जय श्रीराम के उद्घोष के साथ शुरू हुई 14 कोसी परिक्रमा, उमड़े लाखों श्रद्धालु
मंगलवार रात्रि 2:00 बजे से जय श्री राम के जयकारे के साथ अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा शुरू हो गयी। यह 14 कोसी परिक्रमा आज 21 नवंबर की रात 11:38 तक चलेगी। रामनाम संकीर्तन और लोक गीतों के साथ यहां पहुंचे लाखों श्रद्धालु परिक्रमा कर रहे हैं। परिक्रमतियों में गजब का उत्साह देखा जा रहा है। ड्रोन कैमरे की देखरेख में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं। परिक्रमा मार्ग पर आस्था हिलोरे ले रही है।
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परिक्रमा की शुरुआत नाका मुजफरा स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर से हुई वहां की मिट्टी को माथे पर लगा श्रद्धालुओं ने परिक्रमा शुरू की। लाखों की भीड़ का अनुमान लगा प्रशासन सुरक्षा और मेला व्यवस्था के लिए पूरी तरह से पहले से ही सतर्क रहा। परिक्रमा मार्ग पर ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है।
महत्वपूर्ण स्थलों पर हर कोई सीसीटीवी कैमरे की जद में रहा। डीएम नीतीश कुमार ने कहा कि श्रद्धालु नंगे पांव चलेंगे ऐसे में उनके पैर में कंकड़ न गड़े इस लिए जगह-जगह बालू डाला गया है। डीएम ने कहा कि परिक्रमा पथ पर कई स्थानों पर सड़क के किनारे चाय नाश्ते और अल्पाहार की व्यवस्था है, श्रद्धालु स्वेच्छा के तहत ग्रहण कर सकते हैं।
परिक्रमा धार्मिक ही नही वैज्ञानिक रूप से भी लाभकारी-आचार्य सतेंद्र दास
ऐसी मान्यता है कि कार्तिक अक्षय नवमीं पर भगवान श्रीराम की नगरी की परिक्रमा करने से सभी पाप धुल जाते हैं और कभी भी अपने दुश्मनों से पराजय नहीं होती है इसी मान्यता के साथ देश भर से लाखों श्रद्धालु अयोध्या में चौदह कोसी परिक्रमा करने पहुंचते है।
श्री राम जन्मभूमि मन्दिर के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्र दास के अनुसार अक्षय नवमी पर 14 कोसी परिक्रमा होती है और अक्षय का अर्थ होता है जो कभी क्षय नहीं होता और किए गए कर्म कभी नष्ट नहीं होते हैं। अक्षय नवमी के दिन देशभर में जहां भी तीर्थ स्थान हो उस स्थान की परिक्रमा करनी चाहिए। उन्होंने बताया परिक्रमा करने से मानव को धार्मिक ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक रूप से भी लाभदाई होता है।
एटीएस की निगरानी में हो रही परिक्रमा
परिक्रमा एटीएस की निगरानी में शुरू हुई खास भीड़ भाड़ वाले स्थान परिक्रमा पथ पर सुरक्षा के इंतजाम हैं पूरे पथ पर जगह-जगह पुलिस के साथ सुरक्षा बल तैनात हैं, मार्ग पर प्रकाश की व्यवस्था तो है ही, परिक्रमार्थियों की सुरक्षा और अन्य सुविधाओं का भी सुरक्षा कर्मी ख्याल रख रहे हैं।
यहां रहेगी उपचार की व्यवस्था
हनुमानगढ़ी, अफीम कोठी, कंट्रोल रूम, गुप्तारघाट, हनुमान गुफा, हलकारा का पुरवा, दर्शन नगर, मौनी बाबा, अचारी का सागरा, मिर्जापुर, जनौरा, चक्रवर्ती निर्मोचन घाट, सहादतगंज, अमानीगंज और झुनकी घाट।
खोया-पाया कैंप रहेगा मददगार
यहां पांच स्थानों पर खोया पाया कैंप बनाया गया। जो लोगों के लिए काफी मददगार रहा। कैंप के जरिए कई भूले-बिसरे लोगों को भी मिलवाया गया।
कंट्रोल रूम में दे सकते हैं सूचना
14 कोसी परिक्रमा मेला शांतिपूर्वक आयोजन के लिए सभी अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर मुश्तैद रहने के निर्देश दिए गए है। यहां से जुड़ी किसी भी प्रकार की सूचना-जानकारी कंट्रोल रूम में दी/ली जा सकती है। कंट्रोल रूम का मोबाइल नंबर 9120989195 व 05278-232043, 232044, 46, 47 है। इसके आलावा मेला सहायक कौशल किशोर श्रीवास्तव के मोबाइल नंबर 94 5440 2642 पर भी कॉल किया जा सकता है।
14 कोसी परिक्रमा:चप्पे-चप्पे पर तैनात हुई पुलिस
अयोध्या। श्रीराम की नगरी अयोध्या के प्रसिद्ध कार्तिक पूर्णिमा मेला का आगाज मंगलवार की रात 2 बजकर 9 मिनट से चौदह कोसी परिक्रमा के साथ हुआ। परिक्रमा को शान्ति व सुरक्षित सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन व्यापक व्यवस्था का दावा कर रहा है।
परिक्रमा पथ के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल जहां तैनात किये गये हैं वहीं खुफिया विभाग के भी लोग किसी भी अप्रिय घटना को रोंकने के लिए मुस्तैद दिखाई पड़ रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर द्वारा चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण कर डयूटी में लगे पुलिस बल को चेक कर सम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
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