UPKeBol : बहराइच। जीरो नवीन नामांकन के चलते बहराइच के 441 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का जुलाई माह का वेतन बाधित करने का आदेश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा दिया गया था। बीएसए की इस कार्रवाई पर उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने पहल करते हुए इस आदेश का पूरी क्षमता के साथ विरोध किया और इसे न्याय के विरुद्ध बताया। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ व उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने भी अपना विरोध दर्ज कराया। इसके बाद बीएसए को अपना आदेश वापस लेना पड़ा।
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जिला अध्यक्ष श्री पाठक ने कहा कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ व उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने भी अपना विरोध दर्ज कराया। इसके बाद बीएसए ने 441 शिक्षकों का वेतन रोकने का अपना आदेश वापस ले लिया है।
जिला अध्यक्ष श्री पाठक ने कहा कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अव्यक्त राम तिवारी ने शिक्षक संगठनों के विरोध को संज्ञान में लेते हुए शिक्षक हित में जिले के उन सभी 441 शिक्षकों का वेतन प्रदान करने का आदेश दिया है जिनका जुलाई माह का वेतन रोका गया था। उन्होंने कहा कि बीएसए ने सभी शिक्षकों से अपेक्षा की है कि वह सभी विभागीय सूचनाएं समय से उपलब्ध कराएं।
इस प्रकरण में सभी विकास खंडों के खंड शिक्षा अधिकारी व वित्त एवं लेखा अधिकारी ने सकारात्मक सहयोग प्रदान किया। सभी विकासखंड के अध्यक्ष व मंत्री तथा जनपदीय कार्यसमिति के पदाधिकारियों ने शिक्षकों के साथ सामंजस्य स्थापित करते हुए जीरो नामांकन के सापेक्ष विद्यालय में नामांकित नवीन नामांकन के साक्ष्य उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसके परिणामस्वरूप सभी 441 शिक्षकों को जुलाई माह का वेतन मिलने का रास्ता साफ हो गया है। बीएससी की कार्यवाही से बहराइच जनपद एक अप्रिय स्थिति से बच गया है।
उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ सभी साथी शिक्षक संघों के पदाधिकारियों, सभी विकासखंड के अध्यक्ष, मंत्रियों, सभी जनपदीय कार्य समिति के पदाधिकारियों, सभी विकासखंड के खंड शिक्षा अधिकारियों, वित्त एवं लेखाधिकारी, एवं आदरणीय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का आभार और धन्यवाद प्रकट करता है। साथ ही सभी से अपेक्षा रखता है कि सभी मिलकर निपुण लक्ष्य को जनपद में प्राप्त करें। और कभी भी इस तरह के अप्रिय घटना से बचने के लिए मिलजुल कर कार्य करें। यही परस्पर सहयोग शिक्षक समस्याओं के निराकरण और बेसिक शिक्षा विभाग के लिए सबसे अच्छा होगा।
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