- चौराहे पर वाहनों से अवैध वसूली का वीडियो वायरल होने के बाद दो कांस्टेबल निलंबित
हापुड़। चौराहे पर वाहनों से अवैध वसूली का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने सख्त एक्शन लेते हुए दो कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। थाना देहात क्षेत्र में तैनात एक मुख्य आरक्षी व एक आरक्षी पर मालवाहक वाहन से अवैध उगाही का आरोप है। एसपी की कार्यवाही के बाद महकमे में हड़कंप है।
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आपको बताते चलें कि सोमवार को पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने अवैध वसूली में लगे दो पुलिकर्मियों को निलंबित कर दिया। जिसकी जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौपी गई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रविवार रात्रि सोशल मीडिया पर थाना देहात क्षेत्र में तैनात एक मुख्य आरक्षी व एक आरक्षी की मालवाहक वाहन से अवैध उगाही का वीडियो वायरल हुआ था।
वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए क्षेत्राधिकारी से प्रथम दृष्टया जांच कराई गई। जिसमें पुलिस कांस्टेबल के द्वारा अवैध उगाही करना प्रतीत हुआ। इसके चलते तत्काल प्रभाव से दोनों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं सम्पूर्ण जांच अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार अग्रवाल को सौपी गई है।
बता दें कि भारी वाहनों से अवैध वसूली का एक वीडियो रविवार रात्रि सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिससे समाज की नजर में पुलिस की छवि धूमिल हुई। पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने सुबह कार्यालय आते ही गाड़ी पर तैनात कर्मचारियों का संज्ञान लिया।
एसपी ने बताया कि थाना देहात की ततारपुर चौकी स्थित हाईवे-04 पर तैनात आरक्षी मोहित कुमार व चालक रमेश चंद्र रविवार रात्रि ड्यूटी पर तैनात थे। रात्रि में जारी विडियो का संज्ञान लेकर आरोपितों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर पुलिस लाइन भेजा गया है। वहीं ट्रक चालक से अवैध वसूली के मामले की जाँच अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार अग्रवाल को सौंपी गई है। अवैध वसूली प्रकरण में जांच रिपोर्ट मिलने के बाद अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
बताते चलें कि दो दिन पूर्व भी पुलिस अधीक्षक ने गंगा ब्रजघाट पर एक स्टिंग कर अवैध वसूली में लिप्त पार्किंग ठेकेदार व उसके साथियों पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कराया था। आरोपियों ने पर्ची से अधिक पैसे लेने का विरोध करने पर पुलिस अधीक्षक को ही नसीहत दे डाली थी। आरोपियों ने पुलिस अधीक्षक से ही कायदे से रहने पर फायदे में रहने की नसीहत दे डाली थी।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से इस मामले में सरकारी नम्बर (9454400428) भी जारी कर कहा गया है कि इस नम्बर पर किसी भी प्रकार की लापरवाही व अनियमितता के सम्बंध में संदेश भेज सकते हैं। जिसमें भेजने वाले का नाम गुप्त रखा जायेगा।
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