- स्वतंत्रता सेनानियों-शहीदों के सम्मान एवं उनके उत्तराधिकारियों के अस्तित्व की रक्षा हेतु महापुरुषो की प्रतिमा पर हुआ माल्यार्पण एवं नमन वंदन
- महापुरुषों के नमन बंदन का मासिक कार्यक्रम कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित सेनानी भवन परिसर में हुआ आयोजित
बहराइच। जिले के कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित सेनानी भवन परिसर में प्रत्येक माह की तरह रविवार को प्रातः दस बजे दस मिनट अपने पूर्वजों स्वतंत्रता सेनानियों/शहीदों के सम्मान एवं उनके उत्तराधिकारियों के अस्तित्व की रक्षा हेतु माल्यार्पण एवं नमन वंदन किया गया। पूज्य बापू महात्मा गांधी, पूर्व राज्यपाल सरदार जोगेंद्र सिंह एवं माननीय रफ़ी अहमद किदवई की मूर्तियों पर सेनानी उत्तराधिकारियों ने माल्यार्पण कर पुष्पांजलि/श्रद्धांजलि अर्पित कर वन्देमातरम् का गायन किया।
यह भी पढ़ें : लखनऊ: वलीमा में शरीक होने पर बसपा के तीन बड़े नेता पार्टी से निष्कासित, BSP चीफ मायावती ने की कार्रवाई
वरिष्ठ सेनानी उत्तराधिकारी भानु प्रताप द्विवेदी ने कहा कि सरदार जोगेंद्र सिंह वेश बदलकर सरकारी रोक के बावजूद 1920 में नागपुर अधिवेशन में पहुंचे और अपने मिशन को पूरा करने के बाद लौटते समय पयागपुर रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार हुए और वहीं पर उन्होंने सत्याग्रह किया।
संगठन के जिला महामंत्री राजू मिश्र उर्फ मुन्ना भैया ने कहा कि माननीय रफ़ी अहमद किदवई घोर राष्ट्र वादी थे, उन्होंने कश्मीर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर शेख अब्दुल्ला की अधिनायक वादी नीतियों का विरोध किया और निडरता से अपनी बात पर अडिग रहे।
अन्त में सेनानी उत्तराधिकारियों ने इस आशय के साथ कि हमारे पूर्वजों ने इस देश को आजाद कराया है इसलिए हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम इस स्वतंत्रता को चिरंजीवी रखें, कार्यक्रम समाप्त किया।
कार्यक्रम में संगठन के प्रदेश कार्यवाहक महामंत्री रमेश कुमार मिश्र, संगठन उपाध्यक्ष विशेश्वर नाथ अवस्थी, माता प्रसाद, रक्षाराम यादव, फूलमती देवी, तुलसी राम मौर्य, जाकिर अली सहित तमाम सेनानी उत्तराधिकारी मौजूद रहे।