- अचानक तड़तड़ाई गोलियां फिर किसी तरह बस की सीट के नीचे छिपकर बचाई जान
- शादी की सालगिरह पर मां वैष्णो धाम गए वाराणसी के दंपती ने बताई जम्मू में हुए बस हादसे की रोंगटे खड़ी करने वाली कहानी
वाराणसी। मां वैष्णो धाम व अन्य स्थानों पर जा रहे यात्रियों से भरी बस जब जम्मू के रियासी इलाके से गुजर रही थी तभी अचानक गोलियां तड़तड़ाई, पहले तो लोग सहम गए फिर किसी तरह बस की सीट के नीचे छिपकर जान बचाई यह बात कहते हुए वाराणसी के दंपती कांप उठे, दोनों शादी की सालगिरह पर मां वैष्णो धाम गए थे। जम्मू में हुए बस हादसे की रोंगटे खड़ी करने वाली घटना जो भी सुन रहा है वह सहम जा रहा है।
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जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए आतंकी हमले में वाराणसी के दंपती अतुल मिश्रा (32) और नेहा (29) भी घायल हुए हैं। परिजनों से हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि दोनों को गंभीर चोट नहीं आई है, लेकिन फिलहाल उन्हें अस्पताल में रखा गया है। आतंकी हमले से दोनों सहम गए हैं। दूसरी ओर खबर की पुष्टि होने के बाद अतुल मिश्रा के घर पर प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और पूरे घटना की जानकारी ली। अतुल मिश्रा के चाचा योगेश मिश्रा ने बताया कि उन्होंने भतीजे से बात की है।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में वैष्णो देवी से दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं के बस पर रविवार शाम को आतंकियों ने हमला कर दिया। आतंकियों ने श्रद्धालुओं की बस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। जिसमें बस ड्राइवर घायल हो गया और बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे सैकड़ों फीट गहरे खाई में गिर गई। आतंकी हमले में अब तक 10 दर्शनार्थियों की मौत की खबर है और 33 लोग घायल हैं।
घायलों में शामिल अतुल मिश्रा और उनकी पत्नी नेहा वाराणसी के कोतवाली थाना क्षेत्र के कालभैरव मंदिर के निकट के रहने वाले हैं। आतंकी हमले में घायल अतुल मिश्रा के चाचा योगेश मिश्रा ने बताया कि उनका भतीजा और बहू शादी की पहली सालगिरह पर माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए गए थे। दोनों बीते 6 जून को वाराणसी से बेगमपुरा ट्रेन से रवाना हुए थे। सात जून को अतुल और नेहा के शादी की सालगिरह थी। वहां पर दोनों मां वैष्णो देवी का दर्शन करने के बाद नौ जून को शिवखोड़ी पहुंचे, वहाँ पर भी भतीजे और बहू ने दर्शन पूजन किया इसके बाद दोनों बस से लौट रहे थे, तभी घटना हुई।
गोलियों की तड़तड़ाहट के साथ ही चालक खो बैठा संतुलन और खाई में गिर गयी बस
अतुल और नेहा ने अपने परिजनों से बातचीत के दौरान बताया कि बस में करीब 50 से अधिक श्रद्धालु सवार थे। बस रियासी जिले के गांव के पास जब पहाड़ी इलाके में पहुंची तो आतंकवादियों ने बस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के कारण श्रद्धालुओं के बीच चीख-पुकार मच गई। जब तक कोई कुछ समझता तब तक बस ड्राइवर को गोली लगी और बस गहरे खाई में जा गिरी। कुछ देर बाद जब अतुल और नेहा को होश आया तो देखा कि आसपास सेना के जवान मौजूद हैं और घायलों को बस से बाहर निकाला जा रहा है।
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