UPKeBol : बहराइच। परिषदीय विद्यालय के विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए निरंतर बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए सभी को ईमानदारी पूर्वक कार्य करने की जरूरत है। प्रधानाध्यापकों को विशेष रूप से सजग रहने की आवश्यकता है यह बातें शुक्रवार को खंड शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र नाथ द्विवेदी ने विकास क्षेत्र के विद्यालयों के प्रधानाध्यापको के साथ हुई समीक्षा बैठक मे कही।
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बीईओ श्री द्विवेदी ने कहा कि निरीक्षण के दौरान प्रायः देखने को मिलता है कि शिक्षक अध्यापन कार्य में शिक्षक संदर्शियों का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। जबकि शिक्षक संदर्शिका का प्रयोग कर शिक्षक शिक्षण की विधाओं में परिवर्तन लाकर उसे अधिक रोचक बना सकते है। इससे न सिर्फ शिक्षण कार्य सुव्यवस्थित होकर निखरेगा बल्कि विद्यार्थी उसमें रुचि ले कर और ध्यानपूर्वक पढ़ाई करेंगे।
बैठक में निपुण तालिका मॉड्यूल निपुण सूची, निपुण की संकल्पनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। अध्यापकों को दीक्षा एप पर क्यूआर कोड स्कैन करने की प्रक्रिया, साप्ताहिक क्विज, रीड अलांग ऐप से पार्टनर कोड के माध्यम से समायोजित करवाने का तरीका भी बताया गया। बीईओ ने कहा कि छात्र उपस्थित अभी भी काफी कम है, कम से कम यह उपस्थित 85% होनी चाहिए। उन्होंने इस पर शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को ध्यान देने की बात कही।
बैठक को एआरपी राजेश कुमार मिश्र, पवन कुमार मिश्र, दिलीप कुमार त्रिपाठी, यादवेंद्र चौधरी ने भी संबोधित कर शिक्षण कार्य को और बेहतर करने के टिप्स सुझाए। समीक्षा संगोष्ठी को नोडल शिक्षक संकुल गोपाल जी शुक्ल, शिव श्याम मिश्रा, केके पांडेय, बृजेश तिवारी, महेंद्र प्रताप सिंह, अतुल कुमार त्रिपाठी ने भी संबोधित किया।
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