Same sex marriage recognized in Nepal, first homosexual case registered : नेपाल। दक्षिण एशियाई देशों में समलैंगिक विवाह को मान्यता देने की चल रही कशमकश में अंततः नेपाल बाजी मार ले गया। नेपाल बुधवार को समलैंगिक विवाह को मान्यता देने वाला दक्षिण एशिया का पहला देश बन गया है। सुप्रीम कोर्ट नेपाल द्वारा समलैंगिक विवाह को पांच महीने पहले वैध करार दिया गया था लेकिन कुछ कानूनी अड़चने सामने आ रही थी, उन अड़चनों को दूर करते हुए बुधवार को नेपाल के लामजंग जिले के डोरडी ग्रामीण नगर पालिका में पहले समलैंगिक जोड़े के रूप में ट्रांस जेंडर सुरेन्द्र और माया गुरुंग रजिस्टर्ड हुए। पहले समलैंगिक जोड़े के पंजीकरण को सुखद बताते हुए नेपाल में यौन अल्पसंख्यकों के अधिकारों और कल्याण के लिए काम करने वाले संगठन ‘ब्लू डायमंड सोसाइटी’ के अध्यक्ष संजीब गुरुंग (पिंकी) बोले यह स्वागत योग्य कदम है। पिंकी ने कहा कि नेपाल ने आज इतिहास रच दिया। इस कदम की जितनी सराहना की जाए कम है।
आपको बताते चले कि दक्षिणी एशियाई देशों में समलैंगिक विवाह को लेकर बरसों से कशमकश का दौर चल रहा है। अलग-अलग देशों में समलैंगिक विवाह को मान्यता देने की एक जुटता नहीं बन पा रही है। कोई इसे संस्कृति पर हमला बता रहा है तो कोई इससे सामाजिक ताना-बाना छिन्न भिन्न होने की बात कह रहा है। नेपाल में भी 5 महीने पहले तक यही स्थिति थी। लेकिन पांच माहपूर्व नेपाल सुप्रीम कोर्ट की ओर से संबंधित विवाह को वैध करार दे दिया गया था।
लेकिन नेपाल में भी कुछ कानूनी दांव-पेंच समलैंगिक विवाह की मान्यता में आड़े आ रहे थे। उन कानूनी अड़चनों को बीते 5 माह में दूर किया गया। नेपाल में सुप्रीम कोर्ट द्वारा समलैंगिक विवाह को मान्यता देने के निर्णय और कानूनी अड़चनों के दूर होने के बाद छह वर्षों से पति-पत्नी के रूप में एक साथ रह रहे नवलपरासी जिले के निवासी ट्रांसजेंडर सुरेंद्र और लामजंग जिले की निवासी माया अपने विवाह के लिए सामने आए।
- नेपाल में यौन अल्पसंख्यकों के अधिकारों और कल्याण के लिए काम करने वाले संगठन ‘ब्लू डायमंड सोसाइटी’ के अध्यक्ष संजीब गुरुंग (पिंकी) बोले स्वागत योग्य कदम
27 वर्षीय समलैंगिक सुरेंद्र पांडेय और 35 वर्षीय ट्रांस-महिला माया गुरुंग ने कानूनी रूप से शादी के लिए पश्चिमी नेपाल के लामजंग जिला अंतर्गत डोरडी ग्रामीण नगर पालिका में आवेदन किया। अधिकारियों और कर्मचारियों की औपचारिकताओं के बाद सुरेंद्र और माया कानूनी रूप से शादी के बंधन में बंध गए। समलैंगिक विवाह के रूप में सुरेंद्र और माया की शादी का पहला पंजीकरण बुधवार को हुआ। इसके साथ ही नेपाल दक्षिण एशियाई क्षेत्र का समलैंगिक विवाह को मान्यता देने वाला पहला देश बन गया।
नेपाल में ‘ब्लू डायमंड सोसाइटी’ यौन अल्पसंख्यकों के अधिकारों और कल्याण के लिए काम कर ती है। सोसाइटी के अध्यक्ष संजीब गुरुंग (पिंकी) ने कहा कि आज नेपाल ने इतिहास रच दिया है। अब समलैंगिक भी हंसी-खुशी की जिंदगी गुजार सकेंगे। उन्होंने कहा कि पहली समलैंगिक शादी का पंजीकरण काफी सुखद है।
गौरतलब हो कि वर्ष 2015 में नेपाल में अंगीकार किए गए संविधान में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि यौन अधिकारों में भेदभाव नहीं किया जा सकता है। इसके पहले वर्ष 2007 में सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिक विवाह को अनुमति दी थी लेकिन वह आदेश क्रियान्वित नहीं हो सका था। ऐसे में उस आदेश और संविधान के अनुच्छेद को नजीर बनाते हुए पांच माह पूर्व नेपाल सुप्रीम कोर्ट ने पुनः समलैंगिक विवाह को लेकर ऐतिहासिक फैसला दिया था। जो बुधवार को धरातल पर उतर सका। इस फैसले के बाद नेपाल में समलैंगिकों में खुशी का माहौल है।
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