- बहराइच में दो क्लास टीचर निरीक्षण के दौरान डीआईओएस को नहीं बता सके क्लास के छात्रों की संख्या, पूरे कॉलेज का वेतन रोका, प्रधानाचार्य तलब
- प्रयागदत्त पाठकइण्टर कालेज पट्टी के निरीक्षण में जिला विद्यालय निरीक्षक को बड़े पैमाने पर मिली अनियमितताएं और अव्यवस्थाएं
- सघन जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित
बहराइच। जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार अहिरवार ने प्रयागदत्त पाठकइण्टर कालेज पट्टी का दोपहर बाद औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डीआईओएस को कॉलेज में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं और अव्यवस्थाएं मिली। विद्यालय में शिक्षण कार्य कर रहे शिक्षक और क्लास टीचर जिला विद्यालय निरीक्षक के पूछने पर उन्हें अपने क्लास के छात्रों की संख्या तक नहीं बता पाए। इससे गुस्सा जिला विद्यालय निरीक्षक ने पूरे कॉलेज के शिक्षकों और कर्मचारियों का वेतन रोंकते हुए प्रधानाचार्य को अभिलेखों के साथ तलब किया है साथ ही सघन जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी भी गठित की है।
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जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार अहिरवार ने बताया कि अपरान्ह 02.44 बजे प्रयागदत्त पाठकइण्टर कालेज पट्टी बहराइच का निरीक्षण किया गया। अध्यापक उपस्थिति पंजिका काअवलोकन करने पर पाया गया कि विद्यालय में 06 शिक्षक कार्यरत हैं जिनमें राजेन्द्र प्रसाद, राजेशकुमार शुक्ल, दुर्गेश कुमार, बृजेश कुमार तिवारी, शिवकान्त वर्मा एवं सुनीलकुमार तथा चौकीदार शिवाजी, स्वच्छक हरिनाथ एवं अनुचर रवि कुमार कार्यरत है। उपस्थिति पंजिका में शिक्षक राजेन्द्र प्रसाद के दिनांक 16 नवंबर के हस्ताक्षर अंकित थे, जबकि दिनांक 18 एवं 19 को जिला मुख्यालय पर बैठक एवं दिनांक 20 नवंबर से आज 29 तक आकस्मिक अवकाश अंकित था।
डीआईओएस ने बताया कि शिक्षक बृजेश कुमार तिवारी कक्षा-9 के क्लास टीचर है, उनसे कक्षा-9 में नामांकित छात्रों की संख्या पूछने पर वह अपने क्लास की छात्र संख्या नहीं बता सके। इसी प्रकार कक्षा-10 के क्लास टीचर राजेश कुमार शुक्ला भी नामांकित छात्रों की संख्या पूछने पर नहीं बता सके। विद्यालय में उपस्थित समस्त शिक्षकों से कक्षावार सेक्सन आवण्टन की स्थिति की जानकारी करने पर कोई भी शिक्षक सेक्शन आवण्टन के सम्बन्ध में नहीं बता पाया।
छात्र उपस्थिति पंजिकाओं का अवलोकन करने पर पाया गया कि उपस्थिति पंजिका में केवल छात्रों की उपस्थित दर्ज की गई है और अनुपस्थित छात्रों के कालम में केवल बिन्दी रख दी गई है, जबकि विभागीय निर्देशानुसार छात्रों के विद्यालय न आने पर उन्हें उपस्थिति पंजिका पर अनुपस्थित दर्ज किया जाना चाहिए था, परन्तु विद्यालय के कक्षाध्यापकों ने ऐसा नहीं किया, जो उनके शिक्षकगरिमा को संदेहास्पद बनाता है। डीआईओएस ने बताया कि विद्यालय में कार्यरत प्रभारी प्रधानाचार्य द्वारा पंजिकाओं का अवलोकन भी नहीं किया जा रहा है।
जांच के पश्चात जिला विद्यालय निरीक्षक को शिक्षक सुनील कुमार शिक्षक द्वारा बताया गया कि कक्षा-9 में 388, कक्षा-10 में 321, कक्षा-11 में 350 एवं कक्षा-12 में 555 छात्र नामांकित है, जिनका रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन किया गया है। कक्षा-6 से 08 में नामांकित छात्रों के सम्बन्ध में बताया गया कि 225 छात्र नामांकित है, परन्तु उससे सम्बन्धित अभिलेख उपलब्ध नहीं कराये गये। निरीक्षण के समय छात्रों की संख्या भी उंगलियों पर गिनने भर की मिली।
कक्षा-कक्षों के निरीक्षणके समय पाया गया कि विद्यालय के कक्षा-कक्ष अत्यन्त जीर्णशीर्ण अवस्था में है। विद्यालय में अध्ययनरत कक्षा-12 के छात्र-छात्राओं का शैक्षिक स्तर पर संतोषजनक नहीं मिला।मध्यान्ह भोजन पंजिका एवं विद्यालय में अनुभाग मान्यता के अभिलेखों की मांग करने परउपस्थित अध्यापकों द्वारा बताया गया कि प्रभारी प्रधानाचार्य के पास अलमारी की चाफी है उसी में सारे रिकार्ड रखे हुए है।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि अव्यवस्था और अनियमितता को देखते हुए विद्यालय में कार्यरत समस्त शिक्षक और कर्मचारियों का वेतन अग्रिम आदेश तक रोंकते हुए 03 दिसम्बर को दोपहर बाद 3:00 बजे प्रभारी प्रधानाचार्य को अभिलेखों के साथ मुख्यालय तलब किया गया है। इसके साथ ही विद्यालय के अभिलेखों एवं अन्य कमियों की सघन जॉँच के लिए 03 सदस्यीय समिति अलग से गठित की गयी है।