- बहराइच में फर्जी हस्ताक्षर से 14.96 लाख की सरकारी ठगी, लेखाकार और सीएलएफ अध्यक्ष पर केस दर्ज
- फर्जी हस्ताक्षरों का इस्तेमाल कर धन की हुई निकासी, सीडीओ के निर्देश पर जांच के बाद एफआईआर दर्ज, दोषियों ने गबन स्वीकार किया
बहराइच। फखरपुर विकास खंड में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत फर्जी हस्ताक्षर कर सरकारी धन का गबन करने का मामला उजागर हुआ है। लेखाकार विक्रम मिश्रा और सीएलएफ अध्यक्ष अनुसूईया देवी पर 14.96 लाख रुपये की ठगी का आरोप है। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) के निर्देश पर दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
यह भी पढ़ें : वैदिक मंत्रों के साथ पीएम मोदी ने किया संगम अभिषेक, महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन की कामना, 5500 करोड़ की 167 परियोजनाओं का शुभारंभ
जानिए कैसे हुई हेराफेरी?
प्रयास प्रेरणा महिला संकुल समिति के बचत खाते से वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान फर्जी हस्ताक्षरों का उपयोग कर धनराशि निकाली गई।
- लेखाकार विक्रम मिश्रा ने 9,96,700 रुपये का गबन किया।
- सीएलएफ अध्यक्ष अनुसूईया देवी ने 4,99,560 रुपये का फर्जी हस्ताक्षर के जरिए अंतरण किया।
- कुल मिलाकर 14,96,260 रुपये का गबन हुआ।
जांच और कार्रवाई : जांच की शुरुआत:
यह मामला तब प्रकाश में आया जब शिकायत पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चंद्र ने इस मामले की जांच के आदेश दिए।
- टीम गठन: 23 नवंबर को जिला मिशन प्रबंधक मानवेन्द्र यादव, सहायक विकास अधिकारी (आईएसबी), और ब्लॉक मिशन मैनेजरों की टीम ने मामले की विस्तृत जांच की।
- शिकायत की पुष्टि: जांच में यह पाया गया कि दोषियों ने फर्जी हस्ताक्षर कर धनराशि का गबन किया। दोनों ने अपने कृत्य को लिखित रूप से स्वीकार भी किया।
- एफआईआर दर्ज: सीडीओ के निर्देश पर फखरपुर थाने में 13 दिसंबर को धारा 319 (2), 318 (4), 340 (2), और 316 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।
प्रशासन का रुख
मुख्य विकास अधिकारी मुकेश कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। प्रशासन ने इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के रूप में देखा है।