UPKeBol : लखनऊ। यूपी के पूर्व डीजीपी (DGP) सुलखान सिंह ने अब राजनीति में धमाकेदार एंट्री की है। अपने समय के तेज तर्रार पुलिस अधिकारियों में शुमार पूर्व डीजीपी (DGP) सुलखान सिंह ने बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी बनाया है। जल्द ही वह पार्टी का रजिस्ट्रेशन कराएंगे। इसके साथ ही वह बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने के लिए न सिर्फ संघर्ष करेंगे बल्कि मध्य प्रदेश के आठ जिलों को मिलाकर एक अलग राज्य गठन के लिए अलख जगाएंगे।
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उत्तर प्रदेश में सेवाकाल के दौरान IPS पूर्व डीजीपी (DGP) सुलखान सिंह किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। अपनी तेज तर्रार कार्यशैली और तत्काल एक्शन लेने के लिए पहचान रखने वाले पूर्व डीजीपी (DGP) सुलखान ने अब राजनीति में धमाकेदार एंट्री कर ली है। राजनीति में पूर्व डीजीपी की एंट्री बुंदेलखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाने की मांग के साथ हुई है।
इस समय पूरे देश में लोकसभा चुनाव की आहट है, राजनीतिक सरगर्मी तेज है इस बीच पूर्व डीजीपी की राजनीति में एंट्री से सियासी हल्के में खलबली मच गयी है। पूर्व डीजीपी द्वारा बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी के गठन की घोषणा किए जाने के बाद सियासी दिग्गज भी हतप्रभ रह गए हैं। कई सियासी दलों ने आसन्न लोकसभा चुनाव की राजनीतिक गुणा गणित को लेकर पूर्व डीजीपी से संपर्क साधना भी शुरू कर दिया है।
छोटे राज्य बनने से रोक रहे बड़े राजनीतिक दल
पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र का विकास तभी संभव है जब बुंदेलखंड को अलग राज्य का दर्जा मिलेगा। उन्होंने कहा कि बड़े राजनीतिक दल अक्सर छोटे राज्यों के गठन का विरोध करते हैं यह उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के सात और मध्य प्रदेश के आठ जिलों को मिलाकर बुंदेलखंड राज्य 15 जिलों को मिलाकर बन सकता है।
सरकार पर पूर्व डीजीपी ने साधा निशाना
पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने कहा कि बड़े आंदोलन पर सत्ताधारी भारी पड़ जाते हैं। जिसके चलते आंदोलन अपने लक्ष्य तक नहीं पहुँच पाते। ऐसे में बुंदेलखंड के लोग अपने छोटे आंदोलन को किस तरह से गति दें। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है सभी को एकजुट होकर संघर्ष करने का। डीजीपी ने कहा कि वह सभी 15 जिलों में गांव गांव जाकर लोगों से संपर्क करते हुए बुंदेलखंड को अलग राज्य का दर्जा दिए जाने के लिए जागरूक करेंगे।
जानिए कौन हैं सुलखान सिंह
आपको बताते चलें कि सुलखान सिंह यूपी कैडर 1980 बैच के अपनी समय के तेज तर्रार आईपीएस अफसर रहे हैं। सुलखान सिंह का जन्म 8 सितंबर 1957 को हुआ। वह यूपी के ही बांदा जिले के मूल निवासी हैं।
सुलखानसिंह की शुरुआती शिक्षा बाँदा जिले के बजरंग इंटर कॉलेज में हुई। इसके बाद उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री आईआईटी रुड़की से हासिल की। सुलखान सिंह यूपी कैडर 1980 बैच के आईपीएस अफसर तो हैं ही उन्होंने क़ानून (लॉ) की भी पढ़ाई की है।
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