बहराइच। बहराइच में चीनी मिलों के अधिकारी मस्त हैं जबकि अन्नदाता किसान त्रस्त है। गन्ना पेराई का सीजन चल रहा है, गन्ना तौल केंद्रों पर किसान अपना गन्ना पहुंचा कर चीनी मिलों को भेज रहे हैं। लेकिन गन्ना तौल केंद्रों पर तौल प्रभारी की मनमानी से किसान पस्त है। जमकर घटतौली की जा रही है, किसान शिकायत करते हैं तो सुनवाई नहीं होती। शनिवार को मिहींपुरवा विकासखंड क्षेत्र के गन्ना किसानों ने रमपुरवा-मटेही के हरिहरपुर लालपुर में लखीमपुर के खम्बारखेड़ा चीनी मिल द्वारा स्थापित गन्ना कांटा पर घटतौली पकड़ ली। लगभग डेढ़ कुंतल का फर्क निकल रहा था। इससे गुस्सा किसान हंगामा करते हुए तौल केंद्र पर तौल रुकवाकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। किसानों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन की भी चेतावनी दी है। लेकिन अभी तक जिले के अधिकारी जागे नहीं है।
आपको बताते चलें कि विकसित बहराइच बनने के लिए यूपी के जिलों की रेस में हांफ रहे बहराइच में औद्योगिक विकास के नाम पर आईपीएल चीनी मिल जरवल रोड, पारले चीनी मिल परसंडी, सिंभावली शुगर मिल चिलवरिया और श्रावस्ती सहकारी चीनी मिल नानपारा स्थापित है। लेकिन बहराइच के कुछ किसानों का गन्ना लखीमपुर जिले में स्थापित चीनी मिलों को भी जाता है, जिले में चीनी मिल के परिक्षेत्र में स्थापित कई तौल केंद्रों पर किसानों के साथ जमकर मनमानी हो रही है।
खून पसीना बहा कर ट्रैक्टर ट्राली और बैलगाड़ी से गन्ना लेकर पहुंचने वाले किसानों को तौल केंद्रों पर कांटा प्रभारी के द्वारा घटतौली का शिकार होना पड़ रहा है। किसान शिकायत करते हैं तो अधिकारी आश्वासन देकर किनारा कर लेते हैं। किसान परेशान है उसकी सुनवाई नहीं हो रही।
आपको बता दें कि मिहींपुरवा क्षेत्र के कुछ किसान अपना गन्ना नानपारा चीनी मिल को भेजते हैं तो कुछ किसान लखीमपुर जिले में स्थापित चीनी मिलों को गन्ने की सप्लाई करते हैं, शनिवार को बहराइच के थाना सुजौली क्षेत्र के रमपुरवा-मटेही अंतर्गत हरिहरपुर लालपुर में लखीमपुर के खम्बारखेड़ा चीनी मिल के स्थापित गन्ना कांटा पर क्षेत्र के किसान अपना गन्ना लेकर पहुंचे, घटतौली से बचने के लिए कुछ किसानों ने गन्ने की तौल पहले दूसरे कांटे पर करवा ली थी, लेकिन पहले तौल करवाने वाले किसानों ने इसकी जानकारी, कांटा प्रभारी को नहीं दी। इसके चलते जब किसान के ट्रैक्टर ट्राली की तौल हुई तो डेढ़ कुंतल गन्ना प्रति ट्राली घटतौली का मामला सामने आया।
घटतौली देख किसान भड़क उठे, किसानों ने कांटा प्रभारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर धरना शुरू कर दिया। किसान गन्ना तौल केंद्र पर धरने पर बैठे हैं। किसानों का कहना है कि घटतौली के साथ ही चीनी मिल प्रशासन बाहर के किसानों का गन्ना खरीद कर क्षेत्रीय किसानों को उपेक्षित कर रहा है, इतना ही नहीं अब तक जो गन्ने की सप्लाई की गई है उसका भुगतान भी नहीं दिया गया है।
किसानों ने समस्या का समाधान न होने पर घाघरा बैराज पर सड़क जामकर प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी है। किसानों के प्रदर्शन के बाद अब प्रशासनिक अमले में हड़कंप मचा हुआ है। उधर जिला गन्ना अधिकारी का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में नहीं था अब पता चला है दिखवा रहे हैं।
खम्बारखेड़ा चीनी मिल के जीएम बोले बाहरी तौल मान्य नहीं
बहराइच के रमपुरवा-मटेही में स्थित हरिहरपुर लालपुर गन्ना कांटा पर किसानों के विरोध प्रदर्शन की सूचना पाकर लखीमपुर के खम्बारखेड़ा चीनी मिल जीएम अनिल कुमार त्रिपाठी ने किसानों से फोन पर बात की। किसानों ने जीएम के सामने अपनी बात रखी, जिसपर उन्होंने कहा कि बाहरी धर्मकांटे की तौल मान्य नही है गन्ना कांटा की तौल ही मान्य है। उन्होंने गन्ना कांटा की जांच की बात कही है।
किसान बोले सभी सात केंद्रों पर हो रही है धांधली
प्रदर्शन कर रहे किसान मलकीत सिंह, गुरिवंत सिंह, गुरूपरताप सिंह, हरजिंदर सिंह, गुरिवंत सिंह, सुरेंद्र सिंह, प्रकट सिंह, पंत प्रीत, कृष्ण कुमार, रमेश कुमार, ज्वाला प्रषाद, राधेकिशन, जयप्रकाश, दयाराम, मालिक सिंह आदि का कहना है कि सुजौली क्षेत्र में 7 गन्ना क्रय केंद्र स्थापित हैं जिसमें सभी पर घटतौली की जा रही है। ट्राली पर डेढ़ से दो कुंटल तक अंतर आ रहा है। किसानों का कहना है कि जबतक मामले में संतोषजनक कार्यवाही न होगी तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे। उन्होंने बैराज पर ट्रैक्टर ट्राली रोककर प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी है।