UPKeBol : बहराइच। यूपी के बहराइच जिले में पत्नी और छह बच्चों को एक ही बाइक पर बिठाकर ससुराल जा रहे युवक की बाइक की देर रात पिकअप से आमने सामने की टक्कर हो गई। हादसा इतना भयावह था कि दंपति की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक मासूम बेटी ने जिला अस्पताल से लखनऊ जाते समय दम तोड़ दिया। घायल पांच बच्चे पल भर में अनाथ हो गए, इन बच्चों को देखने वाले नियति पर तरस खा रहे हैं। सभी का इलाज चल रहा है। हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसा तेज रफ्तार और बाइक के असंतुलित होने से हुआ। पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया है।
आपको बताते चलें कि बहराइच जिले के रामगांव थाना अंतर्गत ग्राम काजीजोत अकेलवा बाजार के रहने वाले दुर्गेश की ससुराल महसी तहसील क्षेत्र के हरदी थाना अंतर्गत करेहना गांव में है। ससुराल में आवश्यक कार्य होने के चलते सोमवार रात को दुर्गेश अपनी पत्नी शकुंतला और छह बच्चों को बाइक पर बिठाकर ससुराल के लिए निकला।
बाइक सवार पूरा परिवार जब बहराइच शहर के निकट कोतवाली देहात अंतर्गत त्रिमुहानी रोड पर सब्जी मंडी बाईपास के निकट से गुजर रहा था तभी सामने से तेज रफ्तार पिकअप आ गई। इस दौरान अंधेरा भी था। अचानक सामने से तेज रोशनी की चकाचौध पड़ने पर दुर्गेश की बाइक असंतुलित हो कर सामने से आ रही तेज रफ्तार पिकअप से टकरा गई। हादसा देर रात का बताया जा रहा है। हादसे के बाद चीख पुकार मच गई।
हादसे की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े आने-जाने वाले वाहन भी रुक गए। सूचना पाकर कोतवाली देहात और तिकोनी बाग चौकी की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पिक अप में फंसी बाइक को निकाल कर घायलों को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर डॉक्टरों ने दुर्गेश और उनकी पत्नी शकुंतला को मृत घोषित कर दिया। वहीं दुर्घटना में घायल होकर तड़प रहे छः बच्चों का इलाज शुरू किया गया। इनमें 12 वर्षीय लक्ष्मी, 8 वर्षीय कोमल, 6 वर्षीय मनीषा, 10 वर्षीय सजल, 4 वर्षीय शिवांगी और 4 माह की रागिनी शामिल है।
हादसे की सूचना पाकर अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण पवित्र मोहन त्रिपाठी ने अस्पताल पहुंचकर भर्ती बच्चों को देखा इसके बाद घटनास्थल का भी निरीक्षण किया। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बाइक चालक की लापरवाही और वाहनों की तेज रफ्तार के चलते हादसा हुआ है, मृतक दंपति और बेटी का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
अनाथ हो गए मासूम, देखने वाले हो रहे गमगीन
हादसे के बाद जिला अस्पताल में भर्ती मासूम बच्चों को अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि उनके माता-पिता दुनिया में नहीं है। हालांकि जिन लोगों को घटना की जानकारी है वह रात में पल भर में अनाथ हुए जिला अस्पताल में भर्ती बच्चों को देखकर तरस खा रहे हैं।
बाइक पर ऐसे एडजस्ट हुआ था पूरा परिवार
दुर्घटनाग्रस्त बाइक पर आठ लोग सवार थे यह सुनकर आप सोच रहे होंगे कि पूरा परिवार एक बाइक पर कैसे बैठ गया। तो जान लीजिये ससुराल जाने के लिए दुर्गेश ने कैरियर पर चादर बांधकर पत्नी शकुंतला को एडजस्ट किया उसकी पत्नी 4 माह की बेटी रागनी को गोद में दिए हुए थी, इसके बाद बाइक पर खुद बैठकर अपने और पत्नी के बीच में चार बेटियों को बिठाया और अपने आगे टंकी पर बेटे को बिठाकर ससुराल के लिए रवाना हुआ।