Uttarakhand-UttarKashi tunnel collapse New Update: उत्तर काशी। उत्तराखंड में उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूर पूरी तरह सुरक्षित है। टनल में फंसे मजदूरों का आज दसवां दिन है, दसवे दिन रेस्क्यू टीम का कैमरा टनल के अंदर श्रमिकों तक पहुंचा वहां की जो तस्वीर आ रही है वह काफी सुखद है। टनल में फंसे मजदूरों को 10 दिन बाद वीडियो के ही माध्यम से देख रहे परिवार के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है। मजदूर तक कैमरा के साथ ही मोबाइल चार्जर और खाने-पीने का अन्य सामान पहुंचा गया है।
यह भी पढ़ें : जय श्रीराम के उद्घोष के साथ 14 कोसी परिक्रमा शुरू, उमड़े लाखों श्रद्धालु
- उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूरों का आज दसवां दिन, सभी मजदूर हैं सुरक्षित
लेकिन आज दसवें दिन पहली बार रेस्क्यू टीम का कैमरा टनल के अंदर फंसे मजदूरों तक पहुंचा तो न सिर्फ रेस्क्यू टीम ने राहत की सांस ली बल्कि परिवार के लोगों में भी खुशी की लहर दौड़ गई है। वीडियो कैमरे के ही माध्यम से सही लेकिन परिवार सुरक्षित है यह जानकर सभी काफी खुश हैं। अंदर से आए कैमरे में परिजनों की तस्वीर देखकर लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं है। सभी लोगों को अब भरोसा हो गया है कि सभी फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।
इसी बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बयान जारी कर कहा है कि सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों का वीडियो सामने आया है, सभी श्रमिक सुरक्षित हैं, मुख्यमंत्री ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है, सभी श्रमिकों को अंदर से निकलने के लिए रेस्क्यू टीम पूरी ताकत से जुटी हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक किए गए प्रयास में कहीं न कहीं अड़चन आई है, लेकिन रेस्क्यू टीम की कोशिश है कि इस बार स्थाई प्रयास कर किसी भी तरह से सभी श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाला जाए।
गौरतलब हो कि श्रमिकों को निकालने के लिए अब तक ड्रिलिंग में कहीं ना कहीं दिक्कत आई थी, इसके बाद सिलक्यारा सुरंग में मलबे से अवरूद्ध हिस्से में रेस्क्यू टीम ने फिर से ‘ड्रिलिंग’ कर 53 मीटर लंबी छह इंच व्यास की पाइपलाइन डालने में कामयाबी हासिल कर ली है। यह पाइप लाइन मलबे के आर-पार पहुँच गई है।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel collapse: Rescue workers try to make contact with the trapped workers through walkie-talkie pic.twitter.com/mCr5VRfSi0
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 21, 2023
ऐसे में अब सुरंग में फंसे सभी 41 श्रमिकों को ज्यादा मात्रा में संचार उपकरण, अन्य जरूरी वस्तुओं के साथ ही खाद्य सामग्री भी पहुंचाई जा सकेंगी। इसके पहले 4 इंच पाइप के द्वारा महज लैया, चना, ऑक्सीजन और पानी की बोतल तथा दवा ही सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों तक पहुंच पा रहा था।
दीपावली की सुबह से सुरंग में फंसे हैं मजदूर
आपको बता दें कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित सिल्क्यारा सुरंग में दीपावली की सुबह सिल्कियारा छोर की तरफ से ही भूस्खलन होने से सुरंग का एक बड़ा हिस्सा धंस गया था, जिसमें सिल्कियारा सुरंग के अंदर काम कर रहे 41 मजदूर फंस गए थे। इसके बाद हॉलैंड से मशीन मंगाई गई वर्टिकल और होरिजेंटल सुरंग बनाकर मजदूरों को निकालने की कोशिश की गई लेकिन कहीं न कहीं समस्या आई। अब पहाड़ के ऊपर से नीचे सुरंग बनाकर मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चल रहा है। इसके साथ ही चार अन्य स्थानों से भी सुरंग के अंदर ड्रिलिंग की कोशिश की जा रही है।
यह भी पढ़ें : जय श्रीराम के उद्घोष के साथ 14 कोसी परिक्रमा शुरू, उमड़े लाखों श्रद्धालु