सुलतानपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है। एसटीएफ टीम ने अयोध्या निवासी वांटेड अपराधी विनोद उपाध्याय को सुल्तानपुर जिले में घेर लिया। अपने को एसटीएफ से घिरता देख विनोद ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में विनोद को गोली लग गई। एसटीएफ उसे लेकर अस्पताल पहुंची जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
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आप को बता दे कि विनोद उपाध्याय पर 35 मुकदमे दर्ज हैं। गैंगस्टर विनोद उपाध्याय गोरखपुर, बस्ती, देवरिया, संतकबीरनगर से लेकर राजधानी लखनऊ तक वारदातों को अंजाम देता था।
मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की सुबह एसटीएफ की टीम के साथ गैंगस्टर विनोद उपाध्याय की मुठभेड़ हो गई। जिसमें दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग हुई। फायरिंग के दौरान गोली लगने से विनोद उपाध्याय गिर गया। इसके बाद एसटीएफ ने गैंगस्टर विनोद को घायल हालत में गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ में ज़ख्मी विनोद को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन खून अधिक बह जाने से उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
पुलिस द्वारा 1 लाख रुपये का घोषित था इनाम
एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह ने बताया कि गैंगस्टर विनोद उपाध्याय के खिलाफ गोरखपुर से लेकर लखनऊ तक विभिन्न थानों में 35 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने विनोद उपाध्याय पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। वह काफी दिनों से अपराध करते हुए पुलिस को चकमा दे रहा था।
अयोध्या का रहने वाला था विनोद उपाध्याय, लड़ चुका है चुनाव
सुल्तानपुर जिले में हनुमानगंज बाईपास के पास गैंगस्टर विनोद उपाध्याय के साथ एसटीएफ की मुठभेड़ हुई। एसटीएफ ने मौके से एक स्टेनगन, मैगजीन, 30 एमएम की चाइनीज पिस्टल और स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की है। विनोद उपाध्याय अयोध्या के मया बाजार का रहने वाला था। विनोद एक बार बसपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका है।
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