अंकित मिश्रा : UPKeBol : बस्ती। निराश्रित गोवंशों का सहारा बनी सूबे की सरकार ने प्रदेश के सभी नगर निकायों में अब पहली रोटी गाय को और आटे का चोकर गाय को अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। यदि सरकार की मंशा इसमें कामयाब होती है तो जिले में अब गोवंशों को रोटी के लाले नहीं पड़ेगें।
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नगर पालिका परिषद की यदि बात की जाए तो यहां संचालित हो रही कान्हा गोशाला में अभी पशुओं के लिए पालिका कर्मियों की ओर से फल आदि एकत्र किए जा रहे हैं। लेकिन यह कोशिश नाकाफी साबित हो रही है हालत यह है कि पशु अक्सर बड़े को तोड़कर भूख मिटाने के लिए शहर की सड़कों पर निकल जाते हैं। ऐसे में पशुओं की भूख मिटाने के लिए अभियान चलाने की जरूरत है। इस दिशा में अब काम शुरू हुआ है, जिसके तहत अब गोवंशों को रोटी के लाले नहीं पड़ेगें। पहली रोटी गाय को, आटे का चोकर गाय को अभियान पूरे शहर में चलेगा। अभियान के तहत कोशिश होगी कि पूरे शहर के प्रत्येक परिवार को अभियान के तहत जोड़ा जाए। जल्द ही अभियान का व्यापाक प्रचार-प्रसार करके शहर वासियों को इस अभियान से जुड़ने की अपील भी की जाएगी। इसके लिए तैयारियां भी की जा रही हैं।
जानिए क्या कहते हैं अधिकारी
ईओ नगर पालिका परिषद दुर्गेशनंदन त्रिपाठी से जब अभियान को लेकर बात की गई तो उन्होने कहा कि अभियान के तहत तैयारियां की जा रही हैं। अभी पालिका कर्मी बाजारों से फल इकट्ठा कर गोवंशों को दे रहे हैं। अपील करते हुए कहते हैं कि कोई भी शहर वासी स्वेच्छा से रोटी व चोकर गोशाला को दान कर सकता है।
अपर जिलाधिकारी बोले पुनीत कार्य से सभी जुड़े
जिले के अपर जिलाधिकारी कमलेश चंद्र ने कहा कि यह एक पुनीत कार्य है, सभी को इस अभियान से जुड़ना चाहिए। जल्द ही प्रचार-प्रसार के साथ ही लोगों से पहली रोटी गाय को व चोकर गाय को दिए जाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
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